कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) पर समाज में नफरत फैलाने का आरोप लगाया। कांग्रेस राष्ट्रीय सेवा दल की राष्ट्रीय सभा में राहुल गांधी ने कहा कि जो हॉफ पैंट पहनकर, सुबह के समय लाठियां लेकर चलते हैं, वे सिर्फ नफरत फैला रहे हैं। उनका संदर्भ आरएसएस की देश भर में सुबह में लगने वाली 'शाखाओं' से था। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस प्यार व सौहार्द से देश को बदलना चाहती है। उन्होंने कहा कि देश अब एक वैचारिक लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि एक तरफ आरएसएस व भाजपा नफरत फैला रहे हैं, जबकि दूसरी तरफ एक विचारधारा है जो प्यार व शांति फैला रही है।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में 70 सालों में कोई विकास नहीं होने की बात बार-बार दोहराने पर भी निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा, "इस तरह उनके (मोदी) कहने का मतलब है कि (महात्मा) गांधी ने कुछ नहीं किया, सरदार पटेल, जवाहरलाल नेहरू व अंबेडकर ने कुछ नहीं किया। राज्यों के मुख्यमंत्रियों, किसानों, मजदूरों व लोगों ने कुछ नहीं किया।"
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी की धारणा है कि देश में चीजें सिर्फ उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद से बदली है। राहुल गांधी ने कहा कि उनका बयान देश के हर व्यक्ति का अपमान है। राहुल गांधी ने कांग्रेस सेवा दल के सदस्यों से यह कहते हुए माफी मांगी कि सेवा दल के सदस्य जिस सम्मान के हकदार थे, उन्हें वह नहीं मिला। राहुल गांधी ने कहा, "सेवा दल कांग्रेस की रीढ़ है, न कि कांग्रेस या एनएसयूआई।" इससे पहले, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने राहुल गांधी का किशनगढ़ हवाईअड्डे पर स्वागत किया।