वीरवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले का रोष अब पूरे प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर देखने को मिल रहा है। तमाम छात्र संगठनों के युवा आज हमले के विरोध में सड़कों पर हैं और कहीं पर पकिस्तान मुर्दाबाद के नारे तो कहीं पर पाकिस्तान का पुतला पूरे प्रदेश में जलाया जा रहा है। इसी कड़ी में बहुत से गैर राजनैतिक संसथान भी अपने-अपने तरीकों से इसका विरोध कर रहें हैं। वहीं प्रदेश सरकार भी पूरी तरहं इसके विरोध में नज़र आ रही है।
ऐसे में हिमाचल में काम कर रहे कश्मीरियों का हमले के बाद अचानक से गायब हो जाना ये भी एक चर्चा का विषय बना हुआ है। जो हर दिन अलग अलग जिलों के प्रमुख चौकों पर खड़े होकर अपने लिए काम का इंतज़ार करते हैं और हिमाचल के लोग भी इनको काम देते हैं। लेकिन आज सभी चौंक खाली नज़र आये और अधिकतर जगहों से ये कश्मीरी गायब रहे। दबी जुबान में मारपीट का डर होने की बात जरूर कहते हैं और इसीलिए आने वाले कुछ दिनों तक ये कश्मीरीर अब हिमाचल में किराये के मकानों में ही दुबक कर रहेंगे।
प्रदेश में भी बेशक हाई अलर्ट की घोषणा नहीं हुई है लेकिन फिर भी नाकों को बढ़या जा रहा है। पुलिस अधीक्षक हमीरपुर अर्जित सेन कहते हैं की नई अधिसूचना के अनुसार आज से रात के नाकों को मजबूत किया जा रहा है और पेट्रोलिंग बड़ाई जा रही है। इसके साथ ही संदिग्धों पर भी कड़ी नज़र राखी जायेगी।