जिला आयुर्वेदि अस्पताल बिलासपुर में अब विभिन्न रोगों का उपचार एक्यूप्रेशर विधि से भी करवा सकेंगे। इस बाबत आयुर्वेद विभाग ने एक्यूप्रेशर ट्रैक निर्मित किया है। सुबह के समय लोग दस से बारह फीट के इस ट्रैक पर नंगे पांव चलकर रोगों से मुक्ति पा सकेंगे। आयुर्वेद अस्पताल में कार्यरत प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. संदीप और बीएएमएस, एमएससी (जीवन विज्ञान व योगा) एवं नाड़ी विशेषज्ञ डा. प्रवीण शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न रोगों से निजात पाने के लिए एक्यूप्रेशर एक अच्छा माध्यम है।
डॉ. ने बताया कि इस प्रक्रिया को नियमित अपनाना पड़ता है। जो व्यक्ति इस प्रक्रिया को नियमित तौर पर अपनाता है उसे फायदा मिलता है। उन्होंने बताया कि व्यक्ति के पांव में प्वाइंट होते हैं और एक्यूप्रेशर ट्रैक पर चलने से जहां शरीर की सिर से लेकर पांव तक एनर्जी सही रहेगी तो वहीं कई प्रकार के रोगों को ठीक करने में भी यह प्रक्रिया सहायक होगी। उन्होंने जनता से आहवान किया वे कि इस एक्यूप्रेशर प्रक्रिया को अपनाएं और रोगों को दूर भगाएं।
जिला आयुर्वेदिक अस्पताल बिलासपुर में पंचकर्मा यूनिट में नए वार्ड तैयार हो गए हैं। खास बात यह है कि दो वार्ड एसी युक्त हैं। इन वार्ड की बाकायदा फीस भी तय है। पंचकर्मा यूनिट के प्रभारी और बीएएमएस, एमएससी (जीवन विज्ञान व योगा) एवं नाड़ी विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मरीजों को एडमिट करने के लिए पंचकर्मा यूनिट में अब व्यवस्था सही हो चुकी है। नए वार्ड भी तैयार हैं।
पंचकर्म पद्धति से उपचार करवाने के लिए पहुंच रहे मरीज
पंचकर्मा यूनिट के प्रभारी और बीएएमएस, एमएससी (जीवन विज्ञान व योगा) एवं नाड़ी विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि पंचकर्मा पददति के माध्यम से लोगों का उपचार चल रहा है। पिछले साल 1500 मरीज अपना ईलाज करवा चुके हैं और वर्तमान में भी डेली लोग पंचकर्मा में उपचार के लिए पहुंच रहे हैं।