पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने सोमवार को हमीरपुर में आयोजित जिला स्तरीय किसान जागरुकता कार्यशाला में कहा कि किसान समृद्व होगा तभी सशक्त देश का निर्माण संभव है। इसके लिए केंद्र सरकार ने किसानों की आमदनी दोगुनी करने बहुआयामी लक्ष्य निर्धारित किया है और इसी दिशा में योजनाएं एवं कार्यक्रम भी निर्धारित किए जा रहे हैं। प्रत्येक खेत की मिट्टी की सेहत के आधार पर गुणवत्तापूर्ण बीजों तथा पोषक तत्वों का प्रावधान किया जा रहा है, मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों के लिए काफी लाभकारी सिद्व हो रहे हैं। इसके साथ ही किफायती लागत पर जोखिम कम करने के लिए नई फसल बीमा योजना तैयार की गई हैं और किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ उठाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि केंद्र तथा राज्य सरकारें मिलकर किसानों को खेती की सिंचाई के लिए सोलर वाटर पंप लगाने में भी मदद करेगी। किसानों के खेतों को बेसहारा पशुओं से बचाने के लिए काउ सेंच्युरी बनाने के लिए भी उपयुक्त कदम उठाए जा रहे हैं । इसके साथ ही उपदान पर सोलर फेंसिंग का प्रावधान भी किया गया है। उन्होंने कहा कि ई-नाम के जरिये किसानों को उपज का सही मूल्य दिलवाने की दिशा में भी केंद्र की मोदी सरकार ने पहल की है। उन्होंने कृषि मंडी उपज समिति को भी निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को ई-नाम के साफ्टवेयर के उपयोग के बारे में उचित प्रशिक्षण दिया जाए ताकि किसान लाभांवित हो सकें।
धूमल ने कहा कि हमीरपुर जिला में कृषि की अपार संभावनाएं हैं। हमीरपुर जिला के किसानों को नगदी फसलों की ओर कदम बढ़ाने चाहिए। कृषि विभाग के अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर किसानों की समस्याओं और शिकायतों का जल्द ही समाधान सुनिश्चित बनाना चाहिए ताकि किसान सरकारी योजनाओं का सही तरीके से लाभ उठा सकें। इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने कहा कि कृषि विभाग के माध्यम से चलाई जा रही योजनाएं किसानों के लिए कारगर सिद्व हो रही हैं तथा किसानों को इन योजनाओं का भरपूर लाभ उठाना चाहिए।