पाकिस्तान ने 2008 के मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के आतंकी संगठन जमात-उद-दावा और उसकी चैरिटी विंग फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन पर प्रतिबंध लगा दिया। पुलवामा हमले के बाद आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए वैश्विक दबाव झेल रहे पाकिस्तान ने एनएससी की बैठक में यह फैसला लिया। पाकिस्तान के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि बैठक के दौरान इन संगठनों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाने का निर्णय लिया गया। उन्होंने आगे कहा, यह तय किया गया था कि जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इन्सानियत फाउंडेशन को आंतरिक मंत्रालय द्वारा अभियोजित संगठनों के रूप में अधिसूचित किया जाएगा।
पुलवामा हमले के बाद भारत की चेतावनी पर पाकिस्तान में बौखलाहट साफ देखने को मिल रही है। यही कारण है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बढ़ते तनाव के बीच बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की आनन-फानन में बैठक बुलाई। इस बैठक से पूर्व उन्होंने सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के साथ मुलाकात की, जिसमें उन्होंने क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की। इसके बाद एनएससी की बैठक में बाजवा, खुफिया एजेंसियों के प्रमुख, सुरक्षा अधिकारी और वित्त, रक्षा, विदेशी मामलों और आंतरिक मामलों के संघीय और राज्य मंत्रियों ने भाग लिया।
बैठक के बाद एनएससी ने बयान जारी कर कहा, उनका देश पुलवामा हमले में किसी भी तरह से शामिल नहीं था। हमले की कल्पना, साजिश और क्रियान्वयन भारत की धरती पर ही हुआ। देश के शीर्ष नागरिक और सैन्य नेतृत्व ने कहा, ‘यह नया पाकिस्तान है और हम लोगों को दृढ़ता से विश्वास दिलाते हैं कि यह देश अपने लोगों की रक्षा करने में सक्षम है।’