कांगड़ा के चंबी में आयोजित बीजेपी के पन्ना प्रमुख सम्मेलन में एक तरफ 40 हजार पन्ना कार्यकर्ताओं के आने का दावा किया था, वहीं सम्मेलन में केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत मिशन की भी जमकर पोल खुली। जहां सरकार देश में करोडों शौचालय बनाने की बात करती है, वहीं बीजेपी के पन्ना प्रमुख सम्मेलन में 40 हजार कार्यकर्ताओं के लिए मात्र एक शौचालय वैन उपलब्ध थी।
ऐसे में अधिकतर कार्यकर्ताओं को खुले में ही निवृत्त होना पडा। आज बीजेपी की वो स्थिति सामने आई, "औरों को नसीहत, खुद मियां फजीहत", यानी भाजपा के नेता देश के लोगों को शौचालय बनवाने और उसे प्रयोग करने की नसीहत तो देते है, लेकिन अपने ही कार्यक्रमों में उनका पालन नही करते। बीजेपी की ऐसी व्यवस्था कार्यकर्ताओं को भी अखरती नज़र आई।