पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वां स्थित बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी कैंप पर भारतीय वायु सेना के हमले के बाद दोनों पड़ोसी मुल्कों में तनाव चरम पर है। इस दौरान सबकी नजर आज होने वाली पाकिस्तानी संसद के संयुक्त सत्र पर टिकी हैं, जिसे पीएम इमरान खान संबोधित करेंगे। ऐसी आशंका है कि इस दौरान वह भारत के खिलाफ जवाबी कार्रवाई का ऐलान कर सकते हैं।
इस बीच विदेश मंत्री सुषमा स्वराज RIC बैठक में शरीक होने चीन गई हुई हैं। पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर बिल्कुल अलग-थलग करने की दिशा में सुषमा की यह यात्रा काफी अहम मानी जा रही है। इस दौरान उन्होंने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ द्वीपक्षीय बैठक में पुलवामा हमले का जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'जम्मू कश्मीर में हमारे सुरक्षा बलों पर हुआ यह सबसे बड़ा हमला था। पाकिस्तान से चलने वाले जैश ए मोहम्मद और उसके समर्थित आतंकी संगठनों ने यह हमला किया था।'
साथ ही अमेरिका ने भी भारत का समर्थन करते हुए पाकिस्तान को उसके यहां पल रहे आतंकी संगठनों पर कार्रवाई करने की नसीहत दी है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने पाकिस्तान को नसीहत देते हुए कहा, 'मैंने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से बातचीत की और उन्हें हालात को खराब ना करने और सैन्य कार्रवाई नहीं करने की बात कही। हमने पाकिस्तान को उसके यहां चल रहे आतंकी संगठनों पर कार्रवाई के लिए भी कहा। '