हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर उपमंडल ग्राम पंचायत महादेव की श्रेया लोहिया ने मात्र 10 वर्ष की छोटी सी उम्र में एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। श्रेया देशभर में सबसे कम उम्र की गो-कार्टिंग कार रेसर बन गई है। इसके साथ-साथ श्रेया मुंबई में आयोजित राष्ट्रीय रोटैक्स चैम्पियनशिप में भारत से प्रतिस्पर्धा में भाग लेने वाली एकमात्र लडकी थी।
वहीं, श्रेया ने इस प्रतियोगिता में चौथा स्थान प्राप्त किया। श्रेया बंगलौर के एक रेसिंग स्कूल बायरल आर्ट में शामिल होकर इटली के कोच मार्को बारतोली के मार्गदर्शन में कोचिंग ली। पढ़ाई में भी हमेशा अच्छा करने वाली श्रेया इस खेल और पढ़ाई के बीच संतुलन बना कर रखा हुआ है। वह अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। गो-कार्टिंग कार रेसर श्रेया ने कहा कि वह भविष्य में फॉर्मूला वन ड्राइवर बनने की ख्वाहिश रखती हैं।
श्रेया के पिता मैकेनिकल व माता कंप्यूटर इंजीनियर हैं। इस अवसर पर श्रेया के पिता रितेश लोहिया ने कहा कि कार्टिंग स्पोर्टिंग हमेशा से एक पुरुष प्रधान खेल रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी स्पीड से प्यार करती है। उन्होंने कहा कि जब रेसर का हेलमेट सिर पर होता है तो लडक़ा और लडक़ी का कोई फर्क नहीं रहता है।
श्रेया के पिता ने उम्मीद जताई है कि उनकी बेटी के प्रदर्शन से अन्य लड़कियों को भी खेल के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। वहीं, द फेडरेशन ऑफ मोटरस्पोर्ट्स क्लब ऑफ इंडिया द्वारा श्रेया को मोटरस्पोर्ट-2018 में उत्कृष्ट रेसर के रूप में भी सम्मानित किया है।