वर्ल्ड हियरिंग डे के मौके पर शिमला में राष्ट्रिय स्वास्थ्य मिशन हिमाचल प्रदेश और स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग शिमला द्वारा चेक योर हियरिंग विषय पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान नई दिल्ली के रिहेविलिटेशन यूनिट स्पीच एंड हियरिंग के पूर्व चेयरमैन डॉ ब्रिज मोहन अबरोल ने बताया की आज के समय में चिकित्सा विज्ञान ने सुनाई ना देना की बीमारी से ग्रसित ग्रसित बच्चों के ईलाज के लिए नई नई तकनीकों की खोज कर ली है।
उन्होंने बताया कि एसे बच्चों का बीमारी के समय पर पता चलने पर सफलतापूर्वक ईलाज किया जा रहा है ताकि एसे बच्चे एक सामान्य जीवन जी सकें। उन्होंने बताया की इस बीमारी से लड़ने के लिए हमें आज के समय में अपने समाज में जागरूकता लानी होगी ताकि इस बीमारी को समाप्त किया जा सके।
वंही इस मौके पर हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के निदेशक डॉ. अजय कुमार गुप्ता ने बताया की वर्ल्ड हियरिंग डे के इस अवसर पर आज इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम का मुख्य उदेश्य आम लोगों के बीच इस बीमारी से जुड़ी जानकारी का जायदा से जयादा प्रचार प्रसार करना है और माता पीता को इस बीमारी से ग्रसित बच्चों की समय पर पहचान और जांच करवानी चाहिए ताकि इस बीमारी का समय पर ईलाज किया जा सके।