पूरे देश में आज असंगठित कामगारों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन पेंशन योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना का लाभ 18 से 40 साल की आयु के कामगार फायदा उठा सकते हैं। योजना के तहत शिमला जिला में 650 कामगार पंजीकृत किये गए हैं। इसमें 620 कामगारों को श्रम एवं रोजगार विभाग हिमाचल प्रदेश ने कामगार कार्ड भी वितरित कर दिए हैं।
शिमला जिला में इस योजना का शुभारंभ शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने किया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के छोटे तबके के विकास के लिए योजना की शुरुआत की है। योजना का लाभ घरेलू कामगार, बोझ उठाने वाले, भट्टे पर काम करने वाले, मोची, कचरा उठाने, धोबी, फेरी वाले, कृषक कामगार, भवन निर्माण, हस्त कला/हतकला, मिड डे मील कार्यकर्ता/स्वयं रोजगार एवम मनरेगा और इसके समान कोई अन्य व्यवसाय करने वाले कामगार उठा सकते हैं।
वंही श्रम एवं रोजगार विभाग शिमला के श्रम अधिकारी प्रताप सिंह वर्मा ने बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए कामगार को न्यूनतम 55 रुपए और अधिकतम 200 रुपये आयु अनुसार देना होगा। मासिक अंशदान का बराबर भाग भारत सरकार द्वारा वहन किया जायेगा। योजना का लाभ लेने वाले कामगार की आय 15 हजार रुपए महीना से अधिक नहीं होनी चाहिए। ईएसआई ,ईपीएफ, आय कर दाता और पेंशन धारी योजना के लिए योग्य नहीं होंगे।