धर्मशाला में पुलिस भर्ती के दौरान हुई मौत पर पुलिस ने अपना रुख स्पष्ट किया है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक रमेश छाजटा ने कहा कि पुलिस में भर्ती लिए कोई फिटनेस प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं होती। भर्ती से पहले जो रिक्रूटमेंट फॉर्म होता है उसमें एक इंडेमिनिटी बॉन्ड होता है उसे सभी कैंडिडेट साइन करते हैं। जिसमें लिखा होता है कि भर्ती के दौरान जो भी रिस्क होता है उसके लिए कैंडिडेट जिम्मा लेता है।
छाजटा ने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस दुःख की घड़ी में पूरा पुलिस प्रशासन उनके साथ है। उन्होंने कहा कि रजित अच्छे से अपनी रेस कर रहा था। अचानक ही उसके कदम लड़खड़ाए और उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया गया।
वहीं उसके पिता और भाई ने बताया कि वह पहले भी दो बार सेना की भर्ती में भाग ले चुका था और फिज़िकली फिट था। उसने अपना हाई जम्प, लॉन्ग जम्प और अन्य प्रतिस्पर्धाएं पहले अटेम्प्ट में पूरे कर लिए थे और जिस रेस में भाग ले रहा था उसे भी वह पूरा करने वाला था। फिलहाल, शव को टाण्डा मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट अभी नहीं मिली है।
बता दें कांगड़ा जिले के ज्वाली (कुठेड गांव) का रहने वाला रजित पुलिस की भर्ती में हिस्सा लेने आया था। तय कार्यक्रम के तहत दौड़ लगानी थी। रजित ने भी दौड़ लगाई, लेकिन दौड़ने के थोड़ी देर बाद वह जमीन पर गिर गया और उसकी मौत हो गई थी।