जम्मू में गुरुवार को ग्रेनेड हमले में एक बार फिर बस को टारगेट किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बताया जा रहा है कि बदमाशों ने ग्रेनेड बस के नीचे फेंका और मौके से फ़रार हो गए। ग़नीमत ये रही कि ग्रेनेड की क्षमता इतनी अधिक नहीं थी, अन्यथा बस के चिथड़े उड़ सकते थे। इससे पहले पुलवामा हमले में भी मुख्य रूप से सेना की बस को ही टारगेट किया गया था।
बहरहाल, इस धमाके से पहले क़रीब 18 लोग घायल बताए जा रहे थे, जिनकी संख्या अब बढ़कर 28 बताई जा रही है। इनमें से 2 की हालत को गंभीर बताया जा रहा है और उन्हें बड़े अस्पताल रेफर कर दिया गया है। हमले में घायल हुए एक व्यक्ति के अनुसार, ग्रेनेड हमला एक दुकान के पास बस पहुंचने पर ही गया है। ये इलाका काफी भीड़-भाड़ वाला था। हालांकि ये पूरी तरह से नहीं कहा जा सकता है कि हमला करने वाले ने बाइक पर से या फिर पैदल ही इस घटना को अंजाम दिया। लेकिन मुख्य रूप से बस को ज़रूर टारगेट किया गया।
वहीं, पुलिस ने मौके पर पुरा इलाका घेर लिया है और एक-एक चीज की जांच की जा रही है। सुरक्षा के लिहाज़ से आसपास की सभी जगहों पर नाकेबंदी चल रही है और बदमाशों की तलाश जारी है। अंदेशा लगाया जा रहा है कि ये काम आतंकियों का ही है…।। इसी बीच ये सवाल भी सुर्खियों में बना हुआ है कि पिछले क़रीब 20 दिनों से जम्मू-कश्मीर में हाईअलर्ट है तो फिर ग्रेनेड कहां से आया…?? आख़िरकार बार-बार बस को ही क्यों टारगेट किया जा रहा है…??