हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा मंच से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार के खिलाफ तीखे बोल बोले। राफेल पर पूरी कहानी बयां करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने सत्ता में आते ही राफेल के कॉन्ट्रैक्ट के साथ छेड़छाड़ की औऱ इसे हिंदोस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड से हटाकर अंबानी की कंपनी को दे दिया गया।
अंबानी की कंपनी ने न कभी जहाज़ बनाए और न ही ऐसा कोई प्रोजेक्ट लिया, ऐसे में उन्हें फ़ायदा देने के लिए मोदी ने ये प्रोजेक्ट ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड से हटाकर अंबानी को दिया। राहुल गांधी ने दावा करते हुए कहा कि 'मुझे लगता है कि अंबानी की कंपनी तो कागज़ का हवाई जहाज़ न बना पाए, राफेल क्या बनाएगी।'
राफेल पर बताई पूरी बात
उन्होंने कहा कि कहानी यूपीए सरकार के समय शुरू हुई थी और 8 साल प्रोसेस के बाद ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड को ये कॉन्ट्रैक्ट दिया गया। उस समय यूपीए ने 126 राफेल ख़रीदने थे जिसकी क़ीमत 526 करोड़ प्रति जहाज़ थी। सारा कॉन्ट्रैक्ट भी पूरा हो चुका था, लेकिन मोदी सरकार ने बीच में इसे बदल दिया और अंबानी को प्रोजेक्ट दे दिया। 526 करोड़ का एक जहाज़ क़रीब 1600 करोड़ का हो गया, जिसमें साफ़ चोरी नज़र आती है। 70 सालों से जो कंपनी जहाज़ बना रही है, उसे हटाकर नई नवेली कंपनी को जानबूझ कर फ़ायदा दिया गया।