बीजेपी में पिछले 5 सालों में कई बड़े बदलाव हुए हैं और अब एक बार फिर चुनावों के मद्देनज़र टिकट की सूचियां जारी होने वाली है। इसी बीच ये माना जा रहा है कि इस बार चुनावों में कुछ चेहरों के टिकट बदले सकते हैं, लेकिन ये फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह नहीं, बल्कि इन्हीं वरिष्ठ नेताओं पर ही निर्भर है। यहां तक कि अमित शाह ने भी ये फैसला इन्हीं नेताओं पर छोड़ दिया है।
इन नेताओं में लाल कृष्ण अडवाणी, मुरली मनोहर जोश और शांता कुमार ये तीन ऐसे चेहरे हैं, जिन्हें पहचान की जरूरत नहीं। इनको बीजेपी के संस्थापक के रूप में माना जाता है। अब बीजेपी में टिकट आवंटन होना है और ठीक उससे पहले पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण अडवाणी तो पहले ही सभी पदों से इस्तीफा दे चुके हैं। उसके बाद अब निगाहें मुरली मनोहर जोशी और शांता कुमार पर भी टिक्की हुई हैं कि वे क्या निर्णय इसको लेकर लेते हैं? इसी बीच सूत्र ये भी बता रहे हैं कि इनके टिकट बदले जा सकते हैं, क्योंकि वरिष्ठ नेता हाईकमान की बात कहकर फैसला छोड़ रहे हैं।
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज और उमा भर्ती भी इस बार लोकसभा चुनाबों को अलविदा कह सकती हैं। केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के भी लोकसभा चुनावों से दूरी बनाये रखने की चर्चा जोरों पर है। इस तरह ये जरूर कहा जा सकता है कि इस बार जहां लोकसभा चुनावों में बड़े चेहरे मैदान में चुनाव लड़ने नहीं, बल्कि लड़वाने उतरेंगे। वहीं, इस बार कई नए चेहरों की भी लॉटरी लगने वाली है। क्योंकि बीजेपी पहले कई राज्यों में अपने नए मुख्यमंत्री दे चुकी है।