चंबा में हुई भारी बर्फ़बारी से हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं। जिला की दूर दराज की सड़कें बन्द हैं। बिजली गुल है। जगह-जगह पेड़ गिरे हुए हैं। कई पंचायतें अंधेरे की आगोश में हैं बाकी क्षेत्रों से संपर्क कट चुका है। पानी की क़िल्लत बढ़ गई है। लोग बर्फ़ पिघलाकर पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं। कुछ पंचायतों में जरूरी सामान की कमी महसूस की जा रही है।
विधानसभा उपाध्यक्ष हंस राज के पास लोग अपनी समस्याओं को लेकर संपर्क कर रहे हैं। लोगों की बढ़ती दिक्कतों को देखते हुए शुक्रवार को रोज हंस राज बर्फ़बारी के बीच पैदल ही टेपा और देवी कोटी पंचायत का हाल जानने निकल पड़े। लेकिन टेपा में ही फंस गए। जहां से बड़ी मुश्किल से वह आज वापिस चम्बा पहुंचे हैं।
विधानसभा उपाध्यक्ष हंस राज ने कहा की जिले में बर्फ़बारी ने भारी तबाही मचाई है। जिसको पटरी पर लौटने में समय लग सकता है। जिला प्रशासन सड़कों और बिजली की बहाली करने में युद्धस्तर पर जुटा हुआ है। लेकिन मौसम की लगातार बेरुखी के चलते हालात सामान्य नहीं हो पा रहे हैं। इस बार मौसम ने चम्बा जिला में करोड़ों की क्षति पहुंचाई है। बर्फ़बारी से 70 हज़ार चीड़ के पेड़ धराशायी हो गए हैं। 28 हज़ार सेब के पेड़ बर्बाद हो चुके हैं। कुल मिलाकर चम्बा में क़ुदरत का कहर तबाही बनकर टूटा है।