शिमला के देहा बागड़ी में छात्र की मौत के मामले में पुलिस विभाग एक्शन में आ गया है। छात्र के शव का बिना पोस्टमार्टम के अंतिम संस्कार करने पर ठियोग के एक हैड कांस्टेबल को सस्पैंड कर दिया है। हैड कांस्टेबल स्वयं ही इस मामले का IO यानी (इनवैस्टीगेशन ऑफिसर) था। जब छात्र को फंदे से उतारा गया तो छात्र के परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम करवाने से मना कर दिया था।
वहीं, हैड कांस्टेबल ने भी बिना पोस्टमार्टम के शव का अंतिम संस्कार करने की अनुमति दे दी और शव का बीते वीरवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया है। हालांकि छात्र ने जिस रस्सी से फंदा लगाया है, उसे भी जला दिया गया है। जब छात्र ने फंदा लगाया था तो नियमों के अनुसार इसका पोस्टमार्टम होना जरूरी था, ऐसे में पुलिस विभाग भी हरकत में आया और हैड कांस्टेबल को सस्पैंड कर दिया गया है।
वहीं, DG ने SP को निर्देश दिए हैं कि वह स्कूलों में जाकर ब्लू व्हेल गेम को लेकर बच्चों को जानकारी दें। इससे बच्चे इस गेम बारे जागरूक होंगे और इस गेम को खेलने से बच सकेंगे।