इथोपिया की राजधानी अदीस अबाबा से नैरोबी के लिए उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद इथोपियन एयरलाइंस का एक विमान रविवार सुबह दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे उसमें सवार चार भारतीय नागरिक, पर्यटकों और कारोबारियों सहित सभी 157 लोगों की मौत हो गई। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि इंथोपियन एयरलाइंस विमान हादसे में मारे गए लोगों में पर्यावरण मंत्रालय की एक सलाहकार सहित चार भारतीय शामिल हैं।
इनमें सैलानी, कारोबारी और भारतीय पर्यावरण मंत्रालय में सलाहकार शिखा गर्ग शामिल थीं, जो यूएनईपी की बैठक में हिस्सा लेने जा रही थी। सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर कहा, ‘मुझे इथोपियन एयरलाइन के विमान ईटी 302 के दुर्घटना ग्रस्त होने का पता चलने पर बहुत दुख हुआ। इस दुघर्टना में हमने अपने चार भारतीय नागकरिकों को खोया है। मैंने इथोपिया में भारतीय उच्चायुक्त से शोकसंतप्त परिवारों की हर मदद करने को कहा है। इथोपिया स्थित भारतीय दूतावास ने बताया है कि मृतक भारतीय नागरिकों में वैद्य पन्नागेश भास्कर, वैद्य हंसिन अन्नगेश, नुकवरपु मनीषा और शिखा गर्ग शामिल हैं।'
मृतक यात्रियों में 35 देशों के नागरिक और संयुक्त राष्ट्र के पासपोर्ट वाला एक व्यक्ति शामिल है। एयरलाइन के सीईओ टी. गेब्रेमरियम ने बताया कि विमान ने अदीस अबाबा के बोल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से सुबह आठ बजकर 38 मिनट पर उड़ान भरी थी लेकिन ईटी 302 छह मिनट बाद सुबह आठ बजकर 44 मिनट पर राजधानी के दक्षिणपूर्व में करीब 60 किलोमीटर दूर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। अलग-अलग देशों की सरकारों ने कहा कि मृतकों में सैलानी, कारोबारी, डॉक्टर और केन्या के एक फुटबॉल अधिकारी शामिल हैं।
मृतकों में सर्वाधिक 32 लोग केन्या के हैं। इसके अलावा कनाडा के 18, इथोपिया के नौ, इटली, चीन और अमेरिका के आठ-आठ नागरिक शामिल हैं। वहीं ब्रिटेन और फ्रांस के सात-सात, मिस्र के 6, जर्मनी के पांच और भारत के चार लोग शामिल हैं। इसके अलावा मृतकों में अफ्रीका के 12 देशों और यूरोप के 14 देशों के नागरिक शामिल हैं।