जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति का पूरा क्षेत्र अभी भी 5 से 8 फुट तक बर्फ से ढका हुआ है। घाटी में भारी बर्फबारी और देरी से रोहतांग दर्रे खुलने की संभावना के कारण चुनाव आयोग ने स्पेशल हेलीकॉप्टर के जरिए वीवीपैट और ईवीएम मशीन को भुंतर से केलांग पहुंचाया है।
गौरतलब है कि मंडी संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला लाहौल-स्पीति विधानसभा क्षेत्र देश का सबसे दुर्गम और कठिन माना जाता है। बता दें कि निर्वाचन आयोग द्वारा आचार संहिता लागू करने की घोषणा करने से पहले ही हिमाचल प्रदेश चुनाव आयोग ने विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए कमर कस दी है।
लाहौल-स्पीति जिला के निर्वाचन तहसीलदार दोरजे ठाकुर ने बताया कि रविवार शाम को पवन हंस हेलीकॉप्टर द्वारा कुल्लू के भुंतर हवाई अड्डे से लाहौल के लिए 183 वीवीपैट और ईवीएम मशीन केलांग पहुंचाए गए हैं। उन्होंने बताया कि 2019 लोकसभा चुनाव में कुल 23979 वोट डाले जाएंगे, जिसमें 12234 पुरुष और 11745 महिला मतदाता की संख्या है।
दोरजे ठाकुर ने बताया कि लाहौल में 63 और स्पीति में 29 पोलिंग स्टेशन बनाए जा रहे हैं। ठाकुर ने कहा कि स्पीति के लिए अलग से ईवीएम मशीनें काजा भिजवाने के बंदोबस्त किए जा रहे हैं।