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ऊना: भगत सिंह को शहीद का दर्जा दिलवाने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता ने शुरू की पैदल यात्रा

रविंद्र, ऊना |

दुर्भाग्य की बात है कि देश के लिए अपने प्राण निछावर करने वाले भगत सिंह को सरकारें आज तक सरकारी दस्तावेजों में शहीद का दर्जा नहीं दे पाई हैं। ऐसे में अलग अलग समय पर इन शहीदों को सरकारी दर्जा देने की वकालत होती रही है । लेकिन भगत सिंह को शहीद का दर्जा दिलवाने के लिए पुणे के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने मोर्चा निकाला है। सामाजिक कार्यकर्ता अश्वनी कुमार ने ऊना जनहित मोर्चा के सहयोग से भगत सिंह को सरकारी दस्तावेजों में शहीद का दर्जा दिलवाने के लिए दो दिवसीय पैदल यात्रा शुरू की है। अश्वनी कुमार ने अपनी यात्रा शहीद स्मारक ऊना से शुरू की जो भगत सिंह के म्यूजियम खड़ककला तक चलेगी और सरकार से भगत सिंह को शहीद का दर्जा दिलवाने की गुहार लगाएंगे।

अश्वनी ने अपने गले मे भगत सिंह की फ़ोटो लगा बोर्ड भी डाला है,जिस पर लिखा है की शहीदेआजम भगत सिंह को शहीद के दर्जे के लिए पैदल यात्रा। शुक्रवार को बीजेपी  के प्रदेश सह मीडिया प्रभारी और रेलवे बोर्ड की पीएससी कमेटी के राष्ट्रीय सदस्य हरिओम भनोट ने शहीद पार्क में पहुंचकर अश्वनी कुमार को भगवा पटका पहनाया और उनके इस प्रयास को सराहा करते हुये अश्विनी को इस पैदल यात्रा पर रवाना किया।

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भनोट ने कहा कि यह एक सराहनीय प्रयास है और हम सब इस प्रयास के साथ हैं कि भगत सिंह को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए । उन्होंने कहा कि यूं तो भगत सिंह सहित सभी देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले हम सबके दिलों में शहीद के दर्जे के रूप में विराजमान हैं ,लेकिन सरकारी दस्तावेजों में भी शहीद का दर्जा देने में कोताही नहीं होनी चाहिए । जबकि उन दिनों अंग्रेजों की सरकार इन शहीदों और आज़ादी के मतवालों को आतंकवादी तक कहती रही है , ऐसे में भारत सरकार और पंजाब सरकार को इस दिशा में उचित कदम उठाना चाहिए ।

अश्विनी कुमार ने कहा कि मन में एक संकल्प है कि देश की आजादी के लिए जवानी के दिनों में अपने प्राण निछावर करने वाले भगत सिंह उनके साथियों सहित अन्य आजादी के परवानों को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए । दुख होता है जब आरटीआई या अन्य माध्यमों से पता चलता है कि सरकार के कागजात में आज भी भगत सिंह और अन्य आजादी के मतवालों शहीद का दर्जा प्राप्त नहीं रखते हैं । उन्होंने कहा कि इसी मांग को लेकर यह दो दिवसीय यात्रा की जा रही है और जरूरत पड़ी तो दिल्ली तक की साइकिल यात्रा की जाएगी । उन्होंने ने कहा कि सभी समाज के वर्गों को भी इस मांग को उठा कर के हमारे शहीदों को सम्मान दिलाने के लिए आगे आना चाहिए। इस मोके पर ऊना जनहित मोर्चा के प्रधान राजीव भनोट,राज कुमार पठानियां, बलविंदर गोल्डी, राजीव शर्मा भी उपस्थित रहे।