हिमाचल प्रदेश की चारों लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान करने में बीजेपी और कांग्रेस का फंसा पेंच फिलहाल सुलझा नहीं है। दोनों ही दल प्रत्याशियों के नाम को लेकर एक-दूसरे का मुंह देख रहे हैं कि कौन किसको टिकट देता है। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी की दिल्ली में टिकटों को लेकर शीर्ष नेतृत्व के साथ मीटिंग हुई है और प्रदेश की स्थिति से आलाकमान से अवगत करवाया गया है। 25 मार्च को पार्टी हाई कमान टिकट को लेकर मीटिंग करेगी जिसमें प्रत्याशियों के नामों पर मोहर लगेगी। कांग्रेस पार्टी मजबूत, जिताऊ और बीजेपी के प्रत्याशियों को ध्यान में रखते हुए टिकट का फैसला लेगी।
वहीं मंडी लोकसभा क्षेत्र से पंडित सुखराम के पोते आश्रय शर्मा के कांग्रेस के संपर्क में होने की चर्चाओं के सवाल के जवाब में कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि अभी इस तरह की कोई बात नहीं है लेकिन पार्टी की सभी पहलुओं पर नजर है और पार्टी हाई कमान ही टिकटों का अंतिम फैसला लेगा। कांगड़ा लोकसभा सीट पर शांता कुमार का चुनाव न लड़ने का फैसला कांग्रेस को जीत को और मजबूत करेगा।
कांग्रेस और बीजेपी का टिकट को लेकर चल रहा मंथन फिलहाल किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा है। कांग्रेस जहां 25 मार्च के बाद टिकट को फाइनल करने की बात कह रही है तो वहीं बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की आज दिल्ली में मीटिंग चल रही है जिसमें बीजेपी हिमाचल प्रदेश के टिकटों को लेकर फैसला ले सकती है।