लोकसभा चुनावों में आतंकवादी किसी बडी वारदात को अंजाम न दें इसलिए पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए है। पुलिस ने संदेह के आधार पर उन सात आतंकियों की लिस्ट और पोस्टर जारी किए हैं जिन्होंने प्रदेश बीजेपी सचिव अनिल परिहार और उनके भाई अजित परिहार की हत्या और डिप्टी कमिश्नर के अंगरक्षक से एके 47 राइफल छीनी थी। बताया जा रहा है कि ये सभी आतंकी स्थानीय हैं। पुलिस ने इन्हें पकड़वाने वाले को इनाम और सरकारी नौकरी देने का एलान किया है।
पुलिस काफी समय से सिर्फ मुहम्मद आमीन उर्फ जहांगीर सरुरी और उसके साथी रियाज के सक्रिय आतंकी होने की बात कुबूलती रही है। हमेशा यही कहा जाता था कि जहांगीर सरुरी का कोई पता ठिकाना नहीं है। कई महीनों से कहा जा रहा था कि इलाके में और भी आंतकी सक्रिय हो गए हैं। पुलिस ने उनके नाम दर्ज नहीं किए थे, लेकिन किश्तवाड़ में पांच माह पहले हुई परिहार बंधुओं की हत्या और कुछ दिन पहले डीसी किश्तवाड़ के अंगरक्षक की एके-47 राइफल छीने जाने के बाद पुलिस ने उन सभी आतंकियों की सूची जारी की है।
(आगे खबर के लिए विज्ञापन के नीचे स्क्रॉल करें)
इसमें पुलिस ने सात आतंकियों के नाम फोटो सहित छपवाए हैं। इनके बड़े-बड़े पोस्टर जगह-जगह लगाए गए हैं, जिसमें इन आतंकियों को जिंदा या मुर्दा दबोचने में पुलिस की मदद करने वाले को उचित इनाम देने और सूचना देने वाले को सरकारी नौकरी देने के साथ उसका नाम गुप्त रखने की बात कही गई है। पोस्टर में रियाज अहमद उर्फ हजारी, ओसामा बिन जावेद उर्फ ओसामा, मुद्दसिर हुसैन, तालिब हुसैन, जमालदीन और जुनेद अकरम के नाम हैं। बैनर में बताया गया है कि जो भी इनकी जानकारी देगा या पकड़ेगा उसकी पहचान गुप्त रखी जाएगी।