कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री किशन कपूर को डिपो होल्डर की अनदेखी भारी पड़ सकती है। डिपो संचालन समिति के प्रदेशाध्यक्ष अशोक कवि ने प्रेस वार्ता में बताया कि दोनों जिलों के डिपो धारकों से फोन पर मेरी बात हो रही है जल्द ही भूमिका स्पष्ट की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा हमें आश्वस्त किया गया था कि डिपो धारकों के लिए ठोस नीति बनाई जाएगी और जो अभी तक नहीं बन पाई है। अशोक कवि ने कहा कि पूरे हिमाचल में 4925 डिपो धारक हैं जो कि किशन कपूर से नाराज हैं। क्योंकि जब भी वह उनसे मिले उन्हें आश्वासन ही दिया गया समाधान कोई नहीं किया गया।
डिपो संचालन समिति के पदाधिकारी ने कहा कि हम धर्मशाला में खाद्य आपूर्ति मन्त्री किशन कपूर से मिले थे तब मंत्री जी ने कहा था "ना तो आपको कर्मचारी घोषित किया जाएगा और न ही कमीशन बढ़ाया जाएगा" उल्टा हमें अपमानित किया गया और अशोभनीय शब्दों का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा आपने इतने अच्छे कपड़े डाल रखे हैं आपको कर्मचारी घोषित करने कि क्या जरूरत है और कमीशन बढ़ाने की क्या जरूरत है। न ही आपको सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाएगा और न ही कमीशन बढाई जाएगी।
कवि ने कहा कांगड़ा-चंबा में डिपो धारकों की संख्या 1500 के करीब है यदि एक एक डिपो धारक 50 वोट तोड़ता है तो कपूर को 75000 का नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि पूरे हिमाचल के डिपो धारक जिला कांगड़ा-चंबा को छोड़कर सभी भारतीय जनता पार्टी का समर्थन करेंगे पर पहले उन्हें आश्वस्त किया जाए कि उनके लिए इलेक्शन के बाद कोई ठोस नीति बनाई जाएगी।