हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में लोगों को पानी की किल्लत न होने का जल प्रबंधन ने भरोसा जताया है। जल प्रबंधन निगम के अतिरिक्त महा प्रबंधक राजेश कश्यप ने कहा कि पहली दफ़ा इस बार 60 MLD पानी लिफ्ट हुआ है जो कि अब तक का सबसे ज्यादा है। इससे पहले 34 से 40 MLD पानी लिफ़्ट हुआ करता था। उम्मीद है कि इस बार पानी की दिक्कत नहीं होगी।
कश्यप ने कहा कि निगम ने गुम्मा क्रेग्नेनो लाइन चेंज की है। गुम्मा में तीन नए पम्प लगाएं और तीन और लगेंगे। गुम्मा में पानी काफी स्टोर था। नॉर्मली गुम्मा में 5 पम्प चलते थे… अब 7 चलने शुरू हो गए हैं। संजौली से शिमला तक लीकेज को कम करने के पाइप लाइन बदली है। निगम ने लीकेज जो पहले 22 फीसदी होती थी उसको 1 फीसदी पर लाया गया है जिससे पानी की बचत हुई है।
वहीं, नगर निगम शिमला जल एवं निकास विभाग के अभियंता ने बताया कि शिमला शहर की 43 बावड़ियो में से 13 में कार्बन फ़िल्टर लगा दिए हैं जिससे लोग गर्मियों में बावड़ियो का पानी भी इस्तेमाल कर सकेंगे। बाकी बची बावड़ियो को भी रिचार्ज करने कोशिश की जा रही। शहर में 25 वाटर एटीएम स्थापित कर दिए हैं जिसमें से 12 चालू हो गए हैं और बाकी भी जल्द शुरू कर दिए जायेंगे।
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ग़ौरतलब है कि 2018 में राजधानी गर्मियों के मौसम में पानी की मोहताज़ हो चुकी थी। लोग पानी के लिए सड़कों पर थे और बाहर से पानी लाकर लोगों को दिया जा रहा था। लेकिन वे इतनी मात्रा में नहीं था कि लोगों की जरूरतें पूरी हो सकें। स्कूलों में छुट्टियां दे दी गई थीं और सरकार से लेकर निगम पर भी कई सवाल उठ रहे थे। यहां तक कि टूरिस्ट पर भी काफ़ी अस़र पड़ा था और टूरिस्ट के लिए स्पेशल एडवाइजरी भी जारी की गई थी।
पानी के बिल जमा करवाने की तिथि बढ़ाई
नगर निगम शिमला जल एवं निकास विभाग के अभियंता ने बताया कि पानी के बिल को जमा करने की तारीख 31 मार्च से बढ़ाकर 30 अप्रैल कर दिया गया है। जिन लोगों को बिल नहीं मिले है वे लोग वेबसाइट पर जानकारी देकर निगम को बता सकते है जिसके बाद निगम प्रशासन उनके बिल घर भेज देगा।