हिमाचल प्रदेश की हॉट सीट से चुनाव लड़ने वाले बीजेपी प्रत्याशी अनुराग ठाकुर अपने प्रचार अभियान में राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का कंपेरिज़न आतंकियों से किया और उनके अमेठी से चुनाव न लड़ने पर चुटकी ली। सांसद ने कहा कि मोदी के डर से जिस तरह आतंकी अपना गढ़ छोड़ने को मजबूर हुए, उसी तरह राहुल गांधी को भी अपना नया ठिकाना ढूंढना पड़ा।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र की उपेक्षा की औऱ उसके बाद उन्हें वहां से चुनाव क्वीट करना पड़ा। अमेठी की जनता में राहुल गांधी को लेकर भयंकर आक्रोश है और आगामी चुनावों में अमेठी से अपनी हार निश्चित देख़कर राहुल ने दक्षिण का रूख किया है। वैसे देखा जाए तो राहुल गांधी ने कोई नया काम नहीं किया, बल्कि अपने परिवार की परम्परा ही निभा रहे हैं। पूर्व में इनकी दादी और इनकी माताजी पर भी जब हार के बादल मंडरा रहे थे तो उन्होंने भी दक्षिण का रूख किया था। शायद उत्तर के मतदाताओं ने इस परिवार पर और इस परिवार ने उत्तर भारतीयों पर भरोसा खो दिया है।
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राहुल को सुनाई ख़री-खरी…!!
अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी ने जो भ्रम और असत्य का जाल फैलाया था, उसकी सच्चाई अब सामने आ गई है। इससे अमेठी में उनकी जड़ें हिलने लगी हैं। इस कारण असहाय और असुरक्षित राहुल गांधी अमेठी को छोड़कर दक्षिण भारत के वायनाड चले गए हैं। कुछ लोग चुनावी हिंदू होते हैं, वे सिर्फ चुनावों में मंदिर जाते हैं। अल्पसंख्यक वोटों के जरिए राजनीति की कोशिश करते हैं। राहुल ने वायनाड की सीट इसलिए चुनी क्योंकि वहां सिर्फ 49 फीसदी हिंदू हैं और वहां अल्पसंख्यक आबादी अधिक है। राहुल कहीं से भी चुनाव लड़ें मगर किसी भी सीट से चुनाव नहीं जीतेंगे।