सुकेत उपमंडल के अराध्य देव बड़ा देओ कमरूनाग ने अपने लाव लश्कर सहित सोमवार को राज्यस्तरीय सुकेत देवता-2019 के लिए प्रस्थान कर दिया है। बड़ा देव कमरूनाग सुंदरनगर तक 37 किलोमीटर का सफर पैदल तय करेंगे। इस अवसर पर देव कमरूनाग के रथ सूरज पख्खे को बाहर निकालकर गुर द्वारा बावड़ी के पानी और गंगाजल के साथ परंपरागत तौर पर स्नान करवाया गया। वहीं देवता के मुख्य वाद्य यंत्र "काऔली" का भी पूजन किया गया।
जानकारी देते हुए देव कमरूनाग कमेटी, मझोठी रोहांडा के सचिव दुनी चंद ने कहा कि सोमवार को बड़ा देव कमरूनाग रोहांडा के मझोठी में स्थित अपनी कोठी से सुकेत देवता मेला में शिरकत करने विधिवत पूजन के उपरांत निकल पड़े हैं। उन्होंने कहा कि देव कमरूनाग का आज रात्रि विश्राम गांव कोटला में करेंगे।
उन्होंने कहा कि मंगलवार सुबह देवता कोटला गांव से सुंदरनगर के प्रवेश द्वार चांबी में आतिथ्य स्वीकार कर धनोटू में रात्रि विश्राम कर बुधवार सुबह देवता मेले में शिरकत करेंगे। वहीं, देव कमरूनाग के देव गुर मुनी लाल ने कहा कि देव कमरूनाग लगभग एक माह सुंदरनगर देवता मेला के साथ-साथ विभिन्न जगहों में लोगों के घरों में आतिथ्य कर आशीर्वाद प्रदान करेंगे।