अनिल शर्मा के मंत्री पद से इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री ने मंडी के सिराज मंच से सुखराम परिवार कटाक्ष किया। जयराम ठाकुर ने कहा कि जिस तरह सुखराम परिवार कई बातें बीजेपी के ऊपर थोपने का प्रयास कर रहा था, उस परिस्थिति में ये परिवार हमारे साथ बहुत दूर तक नहीं चल सकता था। इसलिए हमने अब सीधे तौर पर कह दिया 'भाई साहब नमस्कार।'
प्रदेश की दो पार्टियों में एक पंडित सुखराम जैसे चेहरे हैं जो पहले अपने बेटे को टिकट दिलवाते हैं, फिर उन्हें मंत्री बनाते हैं औऱ उनके लिए मंत्रिमंडल में कौन सा पद चाहिए उसके लिए बारगेनिंग करते हैं। उसके बाद पोते की बारी आती है और उसपर भी वकालत होती है। वहीं, दूसरी बीजेपी में शांता कुमार है जिन्होंने अपने त्याग का उदाहरण पूरे देश में दिया। जब पार्टी ने उन्हें कहा कि आप अपने परिवार से किसी को टिकट दिलवाना चाहते हो तो वे कहते हैं कि टिकट हमेशा मैरिट के आधार पर ही मिलना चाहिए।
(आगे खबरे के लिए विज्ञापन के नीचे स्क्रॉल करें)
उन्होंने कहा कि मंडी लोकसभा में सिराज का नाम और ऊंचा हो इसके लिए आप सब लोगों को बिना मेरे कहे खुद अपनी जिम्मेदारियों को लेना चाहिए और पार्टी के लिए दिन रात एक कर कर काम करना चाहिए ताकि मंडी लोकसभा में एक बार फिर सबसे बड़ी जीत या कहे कि लीड सिराज विधानसभा से ही निकल कर आए उन्होंने मंडी विधान सभा में भी सुख राम परिवार को चुनौती देते हुए कहा कि मंडी विधानसभा क्षेत्र से भी इस बार बड़ी लेट भाजपा को आने वाली है और अगर सुखराम परिवार उस लेट को रोकने का मादा रखता है तो रोक कर देख ले।