राजस्थान के अलवर जिले में शनिवार को जिले के बहरोड़ कस्बे में चुनावी सभा में कांग्रेस प्रत्याशी भंवर जितेंद्र सिंह और श्रम मंत्री टीकाराम जूली के सामने पार्टी के दो गुटों में जमकर लात-घूंसे चले। बाद में जितेंद्र सिंह और टीकाराम जूली समेत अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों ने बड़ी मुश्किल से मामले को शांत कराया। हालांकि इस घटना से कांग्रेस की गुटबाजी पूरी तरह से खुलकर सामने आ गई है।
दरअसल शनिवार को अलवर लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी भंवर जितेंद्र सिंह की बहरोड़ कस्बे में चुनावी सभा थी। सभा में बहरोड़ विधायक बलजीत यादव गुट और यूथ कांग्रेस के नेता संजय यादव के समर्थक आपस में भिड़ गए। यूथ कांग्रेस के नेता संजय यादव के समर्थक भंवर जितेंद्र सिंह जिंदाबाद और बहरोड़ विधायक के समर्थक बलजीत यादव के समर्थन में नारे लगा रहे थे। नारेबाजी को लेकर दोनों गुट आमने-सामने हो गए।
देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि दोनों गुटों के समर्थक एक-दूसरे से हाथापाई करने लगे। दोनों पक्षों में जमकर लात-घूंसे चले। इससे सभा का माहौल खराब हो गया। मामला बिगड़ता देख वरिष्ठ नेताओं ने जैसे तैसे मामला शांत कराया। खुद जितेंद्र सिंह शांति की अपील करते दिखाई दिए। उल्लेखनीय है कि हाल ही में अजमेर में बीजेपी की सभा के दौरान भी पार्टी के दो गुटों के लोग आपस में भिड़ गए थे और वहां भी मंच पर ही लात-घूंसे चले।