समाजवादी पार्टी के नेता और अक्सर विवादित बयानों की वजह से चर्चा में रहने वाले आजम खान रामपुर से बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा के खिलाफ मर्यादा लांघने के बाद चौतरफा घिर गए हैं। अखिलेश यादव की मौजूदगी में आजम ने जया प्रदा का नाम लिए बिना जो कहा उसको लेकर पार्टी की किरकिरी हो रही है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने द्रौपदी के चीरहरण से तुलना करते हुए मुलायम सिंह यादव से कहा है कि वह भीष्म पितामह की तरह मौन साधने की गलती ना करें। आजम के खिलाफ रामपुर के शाहबाद थाने में एफआईआर दर्ज की गई है तो महिला आयोग ने भी नोटिस भेजने का ऐलान किया है।
सुषमा ने ट्विटर पर लिखा, 'मुलायम भाई- आप पितामह हैं समाजवादी पार्टी के। आपके सामने रामपुर में द्रौपदी का चीरहरण हो रहा है। आप भीष्म की तरह मौन साधने की गलती मत करिए।' सुषमा ने ट्वीट में अखिलेश यादव, जया भादुरी और डिंपल यादव को भी टैग किया है।
महिला आयोग भेजेगा नोटिस
आजम के बयान को 'बेहद अमर्यादित' करार देते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि आयोग उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करेगा। इतना ही नहीं, शर्मा ने चुनाव आयोग से गुजारिश की है कि वह आजम खान के चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित करे। शर्मा ने ट्वीट किया, 'आजम खान हमेशा महिलाओं के प्रति अपमानजनक और अशिष्ट रहे हैं। NCW इसका स्वतः संज्ञान लेगा और उन्हें नोटिस भेजेगा। हम चुनाव आयोग से गुजारिश करेंगे कि आजम के चुनाव लड़ने पर रोक लगाई जाए।'
'दोषी साबित हुआ तो नहीं लड़ूंगा चुनाव'
जया प्रदा पर दिए गए विवादित बयान को लेकर आजम खान ने कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया गया। आजम ने कहा कि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया और अगर वह दोषी साबित होते हैं तो चुनाव से हाथ पीछे कर लेंगे। बयान पर घिरे आजम ने कहा, 'मैं रामपुर से नौ बार विधायक और एक बार मंत्री रहा हूं। मुझे पता है क्या कहना है। अगर कोई यह साबित कर दे कि मैंने किसी नाम लिया और किसी का नाम लेकर अपमान किया। अगर यह साबित होता है, तो मैं चुनाव से हाथ पीछे कर लूंगा।'