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प्लास्टिक मुक्त पंचायत बनेगी मलाहत, BDO की सोच से बदलेगी तस्वीर

रविंदर, ऊना |

विकास खंड ऊना के तहत ग्राम पंचायत मलाहत जल्द ही प्लास्टिक मुक्त पंचायत बनने जा रही है। इसका बीड़ा बीडीओ ऊना यशपाल परमार व उनकी टीम ने उठाया है। जिसके लिए टीम ने कमर कस ली है और जागरूकता अभियान भी पंचायत में चलाया है। बीडीओ ऊना यशपाल ने कहा कि मलाहत पंचायत का चयन एनजीटी  मॉडल प्लान के तहत किया गया है। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट तहत गांव में तीन चरणों में काम किया जाएगा। पहले चरण में लोगों को स्वच्छता के लिए जागरूक किया जाएगा। पहले चरण अब तक पंचायत में ग्रामीणों व पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठकें भी की जा चुकी है। जिसमें ज्यादातर लोगों ने इस अभियान को सफल बनाने में अपना पूणर्त: सहयोग देने में हामी भरी है।

वहीं दूसरे चरण में ग्रामीणों को अपने घर में पड़ा प्लास्टिक का कचरा, बोतलें, लिफाफों को घर के बाहर अलग से डस्टबीन लगाकर रखने के लिए जागरूक किया जाएगा। बीडीओ कार्यालय की तरफ से कर्मचारी या कबाड़ी वाला समय-समय पर इन प्लास्टिक की बोतलों या सामान को एकत्रित करेगा। वहीं तीसरे चरण में इस प्लास्टिक को डिस्पोज करके फ्यूल इंटे बनाई जाएंगी। इसके बाद इन इंटो को उद्योगों से तालमेल करके बेच कर रेवन्यू भी हासिल किया जाएगा। इसके अलावा ग्राम पंचायत मलाहत में कूड़े को डिस्पोज करने के लिए मशीन भी लगाई जाएगी। जिसके बाद फ्यूल इंटे तैयार की जाएगी। मौजूदा समय में ग्राम पंचायत के तहत 550 परिवार रहते हैं। इस आबादी को विकास खंड की अलग-अलग टीमों द्वारा जागरूक किया जा रहा है। जल्द ही इस अभियान के परिणाम भी नजर आने लगेंगे।

क्या कहते हैं अधिकारी

बीडीओ ऊना यशपाल परमार का कहना है कि आज के समय में ज्यादातर कूड़ा कचरा प्लास्टिक का ही होता है। जिससे प्राकृतिक संतुलन भी खो बैठे हैं। आने वाले समय में अगली पीढ़ी को इसका नुक्सान उठाना पड़ सकता है। इसलिए यदि गांव-गांव में जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को प्लास्टिक का प्रयोग न करने या इसको डिस्पोज कर दिया जाए तो पर्यावरण सरंक्षण में सहयोग मिल सकता है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में इस अभियान के तहत ग्राम पंचायत मलाहत को चयनित किया गया है। इसके बाद अन्य पंचायतों को भी इस प्रोजेक्ट में शामिल किया जाएगा।