हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र लाहुल-स्पीति में चुनाव की प्रक्रिया निपटाने के लिए रोहतांग सुरंग के द्वार 20 अप्रैल को खुल जाएंगे। रोहतांग टनल को खोलने के लिए चुनाव आयोग ने अल्टीमेटम दिया है, जिस पर बीआरओ ने चुनाव विभाग को आश्वस्त किया है कि इस दिन यहां पर आवागमन शुरू कर दिया जाएगा, क्योंकि चुनाव की प्रक्रिया को पूरा करना है, लिहाजा वहां पर युद्धस्तर पर काम चल रहा है।
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी देवेश कुमार ने बताया कि रोहतांग सुरंग को लेकर उन्होंने बीआरओ से बात की है। यहां 600 मीटर की एक नदी से पानी बह रहा है, जिसका रुख मोड़ने के लिए काम चल रहा है। वहीं लोक निर्माण विभाग आगे मार्ग खोलने में जुटा है।
देवेश कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग की प्राथमिकता लाहुल में चुनाव की सामग्री व कर्मचारियों को पहुंचाना है, जिसके बाद वोटरों के लिए यहां के रास्ते खोले जाने हैं, ताकि चुनाव की प्रक्रिया सही तरह से पूरी हो सके। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार से हेलिकाप्टर की भी डिमांड की गई है, ताकि जनजातीय क्षेत्रों में जरूरत के अनुसार पोलिंग पार्टियों को समय पर पहुंचाया व लाया जा सके।
इसके साथ वहां पर ईवीएम और वीवीपैट के साथ दूसरी सामग्री को रोहतांग के जरिए भेजा जाएगा। आयोग ने सरकार से सात मई से हेलिकाप्टर की डिमांड की है, जोकि चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक उनके पास ही रहेगा। चुनाव आयोग ने इसे मंजूरी दे दी है। लाहुल को 20 अप्रैल के बाद केंद्रीय सुरक्षा बलों की टीमें भेजी जाएंगी, जो समय पर वहां पहुंचकर मोर्चा संभालेंगी।