शिमला शहर में कार्यरत सीटू से सम्बंधित सभी यूनियनों की बैठक कालीबाड़ी हॉल शिमला में सम्पन्न हुई। बैठक में होटल, आईजीएमसी, एसटीपी, रेहड़ी-फड़ी, तहबाजारी, केएनएच, बीसीएस, मेगामार्ट, मेंटल हॉस्पिटल, कालीबाड़ी, एजी ऑफिस आदि यूनियनों ने भाग लिया। मीटिंग में निर्णय लिया गया कि लोक सभा चुनावों में मंडी से सीपीआईएम प्रत्याशी एडवोकेट दलीप कायथ का समर्थन किया जाएगा और अन्यलोक सभा क्षेत्रों में बीजेपी को हराने के लिए हर मजदूर कार्य करेगा।
बैठक को सम्बोधित करते हुए सीटू जिला महासचिव विजेंद्र मेहरा ने सभी मज़दूरों से आह्वान किया कि वे एकजुट होकर मोदी सरकार को सत्ता से बाहर उखाड़ फेंकें। सेंटर फ़ॉर मोनिटरिंग इंडियन इकॉनमी और अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय के आंकड़ों के अनुसार मोदी सरकार के पांच साल के कार्यकाल में साढ़े चार करोड़ लोगों की नौकरियां चली गयी हैं। भारत सरकार के लेबर ब्यूरो के आंकड़े के अनुसार नोटबंदी के चलते पचास लाख लोगों की नौकरियां खत्म हुई हैं।
इस सरकार के कार्यकाल में मजदूरों के ईपीएफ के पैसे का 15 प्रतिशत हिस्सा शेयर मार्केट में लगाकर मजदूरों के पैसे को पूंजीपतियों के हवाले कर दिया गया है। मजदूरों की ईएसआई और मेडिकल राशि का 75 हज़ार करोड़ रुपया मुकेश अम्बानी की कम्पनी के हवाले कर दिया गया है। इस सरकार द्वारा जीएसटी को आनन-फानन में लागू करने से छोटे व्यापारी व कारोबारी तबाह हो गए हैं।