नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सतपाल सत्ती के खिलाफ चुनाव आयोग ने कार्रवाई अमल में ला दी है जिससे साफ़ होता है कि सतपाल सत्ती ने गलत भाषा का इस्तेमाल किया था। अब सतपाल सत्ती कुछ भी कहे उसका कोई औचित्य नहीं है। जहां तक सत्ती का कहना है कि वीडियो कट पेस्ट है तो सत्ती पता होना चाहिए कि वीडियो चुनाव आयोग ने खुद रिकॉर्ड किया है। सत्ती चुनाव आयोग को ही गलत ठहराना चाह रहे हैं। सतपाल सत्ती हिमाचल प्रदेश के ऐसे पहले नेता हैं जिन पर चुनाव आयोग ने प्रचार करने पर पाबंदी लगाई है। हिमाचल प्रदेश के लोग शालीन हैं और इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना प्रदेश को गरिमा के खिलाफ है।
नेता विपक्ष ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है जब सतपाल सत्ती ने इस तरह कि भाषा का इस्तेमाल किया हो सतपाल सत्ती इस तरह भाषा का इस्तेमाल करने के आदि हो गए है । इससे पहले भी सत्ती राधा स्वामी सत्संग व्यास और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर अभद्र टिपण्णी कर चुके है । सतपाल सत्ती को अपनी गलती मानकर माफ़ी मांग लेनी चाहिए। ऊना के गगरेट में भी सतपाल सत्ती ने प्रियंका गांधी और महिलाओं के कपडों को लेकर अभद्र टिपण्णी की है जो कि किसी को भी अधिकार नहीं है। देश में जहां महिलाओं को आत्म निर्भर और शक्तिशाली बनाने की बात हो रही है वहीं दूसरी तरफ बीजेपी नेता महिलाओं का अपमान कर रहे हैं। सत्ती और बीजेपी के पास आत्म चिंतन करने के लिए समय है।