सीएम जयराम ठाकुर ने आज शिमला के कुसुम्पटी विधानसबा क्षेत्र में बीजेपी अनुसुचित जाति और युवा मोर्चा सम्मेलन को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के “सबको न्याय“ के नारे की पोल कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी के प्रति की गई नाइंसाफी ने खोल दी है। चतुर्वेदी ने उनके साथ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा की गई गुड़ागर्दी पर राहुल गांधी द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने पर कांग्रेस को लात मारकर शिव सेना का दामन थाम लिया है। उन्होंने कहा कि साध्वी प्रज्ञा पर “हिन्दू आतंकवाद“ का झूठा आरोप लगाकर पुरूष पुलिस कर्मियों से अमानवीय अत्याचार कराना भी राहुल गांधी और सोनिया गांधी के “सबको न्याय“ का घृणित उदाहरण है। उन्होंने कहा कि जो अपनी पार्टी की वरिष्ट महिला नेता और एक महिला संन्यासी के साथ इंसाफ नहीं कर सकता वह पूरे देश को न्याय देने का ज्ञान बांट रहा है।
सीएम ने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता को अपनी ही पार्टी के गुंड़ों से परेशान होकर पार्टी छोडनी पड़ी और राहुल गांधी देश की सभी महिलाओं को सम्मान देने के बात कहते हैं। उन्होंने कहा कि एक साध्वी के साथ तो कांग्रेस सरकार ने इससे भी बुरा बरताव किया। उन पर हिन्दू आंतकवाद का झूठा आरोप लगाया गया और गिरफ्तार करने के बाद नौ साल तक जेल में अमानवीय यातनाएं दी गई। पुरूष पुलिस कर्मियों ने साध्वी प्रज्ञा को नंगा करके उल्टा लटकाया और कोड़ों से इतनी पिटाई की कि उनकी रीढ़ की हड्डी टूट गई। ये सारे काम तो न्याय का दावा करने वाले राहुल गांधी की पार्टी की सरकार ने उस समय कराए जब उनकी मां सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष थी।
समाज के सबसे पिछड़े वर्ग-अनुसूचित जाति, जनजाति और मजदूर, गरीब किसान और छोड़े व्यापारी कांग्रेस सरकार से हमेशा प्रताडि़त रहे। उन्होंने कहा कि दस साल तक केंन्द्र में सता में रही कांग्रेस की सरकार ने देश में विकास की रफतार को लगभग समाप्त कर दिया था। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सता संभालने के बाद विभिन्न वर्गां के लिए कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई जिससे देश के करोड़ों परिवारों को फायदा हुआ। उन्होंने कहा कि उत्तर से लेकर दक्षिण तक नरेन्द्र मोदी की सुनामी देखकर ही हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के सभी बड़े नेता लोकसभा चुनाव लड़ने से कतरा रहे थे। कुछ को तो पार्टी ने आदेश देकर जबर्दस्ती चुनाव मैदान में झोक दिया है। उन्होंने कहा कि चारों सीटों पर भाजपा प्रत्याशी भारी मतों के अंतर से जीतेंगे।