आतंकी हमले में जान गंवाने वाले हेमंत करकरे की शहादत पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाली भारतीय जनता पार्टी की लोकसभा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अब बाबरी मस्जिद को लेकर बयान दिया है। साध्वी प्रज्ञा ने कहा है कि बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने पर उन्हें अफसोस नहीं, बल्कि गर्व होता है।
मध्य प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर कांग्रेस के दिग्विजय सिंह के सामने चुनाव लड़ रहीं साध्वी प्रज्ञा पर आतंक के गंभीर इल्जाम लग चुके हैं, जिसके लिए उन्हें जेल में लंबी सजा काटनी पड़ी है। अब बीजेपी ने उन्हें चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। साध्वी को टिकट मिलने के बाद से ही कई विवाद सामने आ गए हैं।
साध्वी प्रज्ञा ने हाल ही में 2008 के मुंबई हमले में शहीद हुए तत्कालीन एटीएस चीफ हेमंत करकरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने करकरे की शहादत पर सवाल उठाते हुए उन्हें श्राप देने तक की बात कही थी। हालांकि, इसके बाद जब किरकिरी हुई तो उन्होंने माफी भी मांगी, लेकिन अब चुनाव प्रचार के बीच प्रज्ञा ठाकुर ने बाबरी मस्जिद का मुद्दा गरमा दिया है।
अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने पर क्या कोई अफसोस है, इस सवाल पर साध्वी प्रज्ञा सिंह ने कहा, 'ढांचा गिराने का अफसोस क्यों होगा, उस पर तो हम गर्व करते हैं। राम के मंदिर पर अपशिष्ट पदार्थ थे, उन्हें हमने हटा दिया। इससे हमारे देश का स्वाभिमान जागा है और हम भव्य राम मंदिर मनाएंगे'। उन्होंने खुद ये दावा किया है कि वो बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने में शामिल थीं।
लेकिन पिछले पांच साल राम मंदिर क्यों नहीं बन पाया इस सवाल पर साध्वी प्रज्ञा ने कहा,'समय देखो 70 साल हो गए, उन्होंने क्या हाल किया और हमारे देवस्थान भी सुरक्षित नहीं हो पाए। हिंदुओं ने इकट्ठे होकर स्वाभिमान को जागृत किया है ढांचा तोड़कर और भव्य मंदिर बना करके आराधना करेंगे'। साध्वी ने कहा कि राम मंदिर हमारे लिए राजनीतिक विषय नहीं है। उन्होंने कहा इस देश में राम मंदिर नहीं बनेगा तो कहां बनेगा।
इस तरह बम धमाकों के आरोप में जेल की सजा काट चुकीं साध्वी प्रज्ञा सिंह ने पहले एक अफसर की शहादत पर सवाल उठाए थे और अब बाबरी मस्जिद गिराने पर गर्व की बात कहते हुए फिर से राम मंदिर का मुद्दा उठा दिया है।