देश में चुनावी माहौल के बीच हिमाचल प्रदेश के ठेकों में शराब मनमर्जी रेट पर बिक रही है। हालांकि, फाइनेंशियल ईयर कंप्लीट होने पर शराब के रेट में भी बदलाव की संभावना रहती है। लेकिन अभी तक नई रेट लिस्ट न जारी होने पर ठेकेदार अपनी मनमर्जी रेट पर शराब बेच रहे हैं। इस पर ग्राहकों को ख़ासी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है और जब वे MRP देखकर रेट के बारे में कोई सवाल करते हैं तो दुकानदान उनसे बहसबाज़ी करने लगते हैं।
लिहाज़ा, मीडिया रिपोर्ट्स तो ये भी कहती है कि ठेके टूटने के बाद जब तक नई लिस्ट न आए तब तक ठेकेदार अपनी मनमर्जी रेट पर शराब बेच सकते हैं। लेकिन, इसकी कोई अधिकारिक अधिसूचना नहीं है।
ताजा वाक्या में कांगड़ा शहर के बीचों-बीच राजपूत हॉल के पास स्थित एक शराब के ठेके में शनिवार को दुकानदार औऱ ग्राहक के बीच बहस हो गई। बहस की वज़ह और कुछ नहीं थी… सिर्फ शराब का रेट था। ग्राहक ने सिर्फ शराब के MRP को देखकर अपना बकाया मांगा तो दुकानदार भंडारी ने साफ तौर पर कहा कि यही रेट मिलता है। देखते ही देखते दुकानदार भंडारी ग्राहक से बहसबाज़ी पर उतर आया है और कहने लगा कि जाओ जो भी करना है कर लो…।।
यही नहीं, कांगड़ा जिला के जयसिंहपुर के अप्पर लंबागांव में ग्राहक की भी दुकानदार से बहसबाज़ी हो गई। इसका एक वीडियो भी ग्राहक ने बकायदा रिकॉर्ड किया है और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड किया है। दुकानदार हर बार की तरह एक ही रेट पर शराब लेने जाता है, लेकिन उससे वहां ज्यादा पैसे लिये जाते हैं। इसपर दोनों के बीच बहसबाज़ी हो जाती है और बाद में बाकी लोग उन्हें छुड़वाते हैं।
प्रदेश की कई जगहों पर ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। इसी के मद्देनज़र समाचार फर्स्ट ने एक्साइज अधिकारी विनोद को फोन से संपर्क करने का भी प्रयास भी किया और पूरी जानकारी भी लेनी चाही, लेकिन उनका नंबर बंद आया। एक तो देश में वैसे ही आचार संहिता लागू है और बताया जा रहा है कि ठेकेदारों की मनमर्जी जब तक चुनाव नहीं ख़त्म हो जाती है तब तक चलने वाली है।