स्कूल से दूसरा स्थान प्राप्त करने वाली सानवी डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना चाहती है। घुमारवीं की सानवी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों व माता पिता को दिया। सानवी के पिता विजय संख्यान बीएसएनएल विभाग में बतौर एसडीओ के पद पर कार्यरत हैं। जबकि माता पूजा शर्मा अध्यापक हैं। सानवी ने कहा कि गुरुजनों की मार्गदर्शन व माता की मेहनत से ही उसने यह मुकाम हासिल किया है ।
बोर्ड की टॉप टेन सूचि में स्कूल से छठा स्थान हासिल करने वाले मयंक ठाकुर साइंटिस्ट बनकर देश सेवा करना चाहता है। तरडोल बलद्वाड़ा गांव के मयंक ठाकुर के पिता अरुण कुमार पीजीटी के पद पर कार्यरत हैं जबकि माता शीतला भी अध्यापक हैं। मयंक का कहना है कि 24 घण्टों में से वह छह घण्टे तक पढ़ाई करता था। मयंक ने अपनी सफलता का श्रेय अपने अध्यापकों, माता पिता व अपनी छोटी बहन कशिश को दिया है। दसवीं में भी मयंक ने बोर्ड की टॉप टेन सूचि में पांचवां स्थान हासिल किया था।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की मैरिट सूचि में नोवां स्थान हासिल करने वाली आमया बिक्रमा राजे सिविल सर्वसिस में जाकर लोगो की सेवा करना चाहती है। जमा दो परीक्षा की तैयारी की लिए आमया 24 घण्टों के से 10 घण्टे पढ़ाई करती थी। घुमारवीं के अमरपुर की आमया ने दसवीं की बोर्ड की परीक्षा में टॉप टेन की सूचि में रहते हुए पहला स्थान झटका था। आमया ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता व गुरुजनों को दिया है। उसने कहा कि सभी के मेहनत से ही इस मुकाम को हासिल किया है।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड में दसवां स्थान हासिल करने वाले मिर्नवा स्कूल के श्याम गौतम का सपना मैथ का अध्यापक बनना है। श्याम गौतम के पिता बासुदेव बेल्डर का काम करते हैं जबकि माता रविता गृहणी हैं। श्याम ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता व गुरुजनों को दिया है। श्याम बरठीं का रहने वाला है। उसने कहा की अध्यापकों के मार्गदर्शन व माता पिता के सहयोग से उन्होंने टॉप टेन सूचि में स्थान प्राप्त किया।
स्कूल प्राधानाचार्य परवेश चंदेल ने परिक्षा मे प्रदेश भर मे टॉप टेन ने जिन बच्चों ने जगह बनाई है उनको बधाई दी तथा उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए ,इसे अध्यापकों की मेहनत करार दिया है ।