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रामस्वरूप बुधवार भरेंगे नामांकन, बोले- दिल्ली का पप्पू और मंडी का गप्पू सभी जगह मशहूर

नवनीत बत्ता |

मंडी लोकसभा से बीजेपी के उमीदवार रामस्वरूप शर्मा बुधवार को सीएम जयराम की मौजूदगी में अपना नामांकन भरने जा रहे हैं। इस दौरान बीजेपी का शक्ति प्रदर्शन भी देखने को मिलेगा। रामस्वरूप लगातार चुनाव प्रचार में बने हुए हैं और प्रचार के दौरान वे किसी भी तरह के विवाद से खुद को दूर रखने का प्रयास करते नज़र आ रहे हैं। खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी की कमान संभाले हुए हैं और यही कारण है की रामस्वरूप विरोधियों पर भी कोई विशेष टिपण्णी करते नज़र नहीं आ रहे। इस बारे में जब उनसे पूछा तो उन्होंने कहा काम खुद बोलता है और मंडी की जनता सब कुछ जानती है। जनता को मालूम है की मुख्यमंत्री की ताक़त क्या है और उसी ताक़त से विकास को भी गति मिलती है। विरोधी कुछ भी बोलें हम शालीनता के साथ चुनाव प्रचार में बने हुए हैं।

उन्होंने कहा कि दिल्ली का पप्पू और मंडी का गप्पू आज सभी जगह मशहूर हो चुका है। मंडी की जनता सब जानती है की मौका परस्ती की राजनीति कौन करता है और विकास की राजनीति किसकी है। विक्रमादित्य के चुनावी दौरे को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा की चुनाव में नेताओं को काम चुनाव प्रचार करने का होता है और विक्रमादित्य भी इसी कड़ी में प्रचार करने आये होंगे। लेकिन बीजेपी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। इस समय पूरी बीजेपी चुनाव प्रचार में है और जिस तरह से सुखराम परिवार ने मंडी में बीजेपी को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया है। इससे इस परिवार का निजी राजनीति करने का संदेश लोगों के बीच गया है उसका नतीजा उनको चुनाव परिणाम आने पर मिल जाएगा।

रेल का मुद्दा बनाने की बात पर रामस्वरूप ने कहा कि बिलासपुर-भानुपल्ली रेल लाइन कोई आसान काम नहीं की बोल दिया और हो गया। इतना बड़ा ट्रैक बनाने को समय लगता है। सीएम जयराम पर बोलते हुए रामस्वरूप ने कहा कि मंडी को पहली बार मुख्यमंत्री मिला है और मोदी सरकार ने मंडी के लिए ये एक बड़ा सम्मान दिया है। जयराम फैक्टर पर बोलते हुए रामस्वरूप ने कहा कि जयराम फैक्टर मंडी में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में है। उन्होंने जिस ईमानदारी के साथ जो पूरे प्रदेश में विकास किया है कबीले तारीफ है।

गौरतलब है कि समाचार फर्स्ट के साथ बातचीत में बीजेपी प्रत्याशी और सांसद रामस्वरूप अपने ही बयानों में घिरते भी नज़र आए। समाचार फर्स्ट के सवालों पर उनके जवाब एक तरह से मुख्यमंत्री के नाम पर ही वोट मांगते नज़र आए। मुख्यमंत्री और उनके काम का हवाला देते हुए ही सांसद ने अपनी ज्यादातर बातों को कंप्लीट किया।