मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद विधायक अनिल शर्मा ने एक बार फिर मुख्यमंत्री से सवाल किये हैं। अनिल शर्मा ने कहा कि जनता के लिए अच्छा होता अग़र मुख्यमंत्री मेरी चिंता छोड़कर अपने सांसद के मुद्दों और उनके कामों को जनता के बीच बताते। मंडी का हर नागरिक मत का हक़दार है औऱ सांसद का काम कभी भी पूछ सकता है। लेकिन मुख्यमंत्री इस बात को तरजीह नहीं दे रहे है और मुझे डराने का काम कर रहे हैं।
अनिल शर्मा ने कहा कि डराने से किसी की जुबान को आप बंद नहीं कर सकते। जनता हिसाब मांग रही है और मुख्यमंत्री सांसद दोनों जनता को इसका हिसाब दें। आज जनता तुलना कर रही है की मुख्यमंत्री और सांसद ने मंडी के लिए क्या किया और जब पंडित सुखराम केंद्रीय मंत्री थे उन्होंने क्या किया। मंडी लोकसभा के लिए इन सबकी चर्चा होती है। आश्रय शर्मा अगर काम का हिसाब मांग रहा है तो इसमें गलत क्या है… सांसद को हिसाब देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मैंने राजनीति में कभी कोई ग़लत काम नहीं किया, इसलिए डरता भी नहीं हूं। न ही मुझे कोई सत्ता का मोह है। मुख्यमंत्री मुझे डराने के लिए जो राज कहने की बात कहते हैं वे जनता के बीच जाकर करें। साथ ही मुख्यमंत्री सांसद का काम भी ज़रूर गिनवाएं। जनता सब जानती है कि मुख्यमंत्री के सहारे से चुनाव लड़ा जा रहा है।