कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने शनिवार को शिमला में बीजेपी अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती के बयानों को मवाली वाली भाषा करार दिया है। राठ़ौर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोग सभ्य और शालीनता कि भाषा के लिए जाने जाते हैं। लेकिन सतपाल सत्ती हताशा और निराशा के दौर से गुजर रहे हैं।
बीजेपी को अपनी हार दिख रही है इसलिए वे अपना आपा खो बैठे है। चुनाव आयोग भी एक तरफ़ा नियमों का पालन कर है। अधिकारियों को नहीं भुलाना चाहिए कि एक दिन बीजेपी भी सत्ता से बाहर होगी और कांग्रेस सत्ता में आएगी। अधिकारियों को संवैधानिक दायरे में रह कर काम करना चाहिए। साथ ही कांग्रेस ने सत्ती के बयानों पर चुनाव आयोग के पास शिकायत भी दर्ज करवाई है।
'लोकतंत्र से लठतंत्र बनने का खतरा हुआ'
कांग्रेस में शामिल होने के बाद पूर्व BJP अध्यक्ष रहे सुरेश चंदेल ने कहा कि बीजेपी में अब वह संवाद नहीं रहा और बीजेपी देश के लोकतंत्र को लठतंत्र बना रही है। मतदात्ताओं और लोगों के मन मे लोकतंत्र के खतरे में पड़ने की आशंका पैदा हो गयी है। ईवीएम पर देश के भीतर अविश्वास का भाव है वीवीपैट की संख्या ज्यादा बूथों में बढ़ाये जानी चाहिए। देश में आज तक के इतिहास में 45 सालों में बेरोजगारी का आंकड़ा सबसे ज्यादा पिछले 5 साल में बढ़ा है।
सुरेश चंदेल ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को आम किसान बागवान और बेरोजगारों के लिए अवसर देने की मंशा से बनाया गया दसतावेज़ बताया है। प्रदेश में आज कांगेस के पक्ष में माहौल बनता दिखने लगा है, लेकिन जिन लोगों को 5 सालो की सत्ता का रिपोर्ट कार्ड देना है वो अपने वादों को बताने की जगह मत दाताओं को भर्मित करने में लगे हुए है।