शिमला छात्रा बलात्कार कांड की तपिश पावटा साहिब भी पहुंच गई है। यहां कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर की अगुवाई में स्थानीय कांग्रेस ने विशाल रैली का आयोजन किया और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान एसडीम पांवटा के माध्यम से प्रदेश के राज्यपाल को ज्ञापन भी भेजा गया। जिसमें प्रदेश सरकार को बर्खास्त करने और मामले की सीबीआई जांच की मांग की गई है।
शिमला में हरियाणा की छात्रा के साथ चलती कार में हुए रेप मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है। इस मामले में पुलिस के ढुलमुल रवैया को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदेश भर में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए। पांवटा साहिब में भी कांग्रेस ने प्रदेश सरकार की जमकर खिंचाई की। यहां ओबीसी सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर की अगुवाई में एक रैली का आयोजन किया और एसडीएम के माध्यम से प्रदेश के राज्यपाल को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में प्रदेश सरकार को बर्खास्त करने और मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की गई है।
वहीं, इस मामले में प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि ये बेहद शर्मनाक मामला है। इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि घटना से भी शर्मनाक यह बात है कि हरियाणा निवासी पीड़ित लड़की और उसके परिजनों पर दबाव बनाकर मामला वापस लेने की बात कही जा रही है। प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि क्योंकि हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में बीजेपी की सरकार है इसलिए इस मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
राठौर ने कहा कि बीजेपी सरकार को प्रदेश की सत्ता में आए डेढ़ साल भी नहीं हुआ है। इतने कम समय में प्रदेश में 365 बलात्कार की घटनाएं और 1000 से अधिक महिला उत्पीड़न के मामले दर्ज हो चुके हैं ।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का प्रशासन पर पकड़ ही नहीं है वह कमजोर मुख्यमंत्री हैं।