मुख्यमंत्री अपने पद की गरिमा को रखते हुए वीरभद्र सिंह और राहुल गांधी पर भाषा क संयम रखें। यदि हम बोले तो आप बर्दाशत नहीं कर पाओगे। मुख्यमंत्री कहते हैं कि वीरभद्र अनाप-शनाप बोलते हैं ये उन्हें शोभा नहीं देता। राहुल गांधी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और वीरभद्र सिंह हिमाचल के मुखिया रह चुके हैं। यह बात चिंतपूर्णी में नेता-प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने कही।
मुकेश ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को समझना चाहिए कि वे पहली बार सीएम बने हैं, जबकि वीरभद्र सिंह 6 बार मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री रहे हैं। 60 साल से प्रदेश की राजनीति की फील्ड पर डटे हुए हैं। ऐसे में वीरभद्र जैसे स्टेटसमैन पर मुख्यमंत्री की टिप्पणियों को कांग्रेस सहन नहीं करेगी। प्रदेश में जयराम पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिनसे न तो विकास का कोई काम हुआ, न कोई योजना जमीन पर ला पाए, न केंद्र से कोई पैकेट ले पाए, खाली हाथ रहने के बावजूद मंचो से खुद ही अपनी पीठ थपथपा रहे हैं।
मुकेश अगिनहोत्री ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपना नेतृत्व साबित किया है। विपक्ष की भूमिका को बेहतर निभाया है। पूरे सरकारी तंत्र का मुकाबला राहुल गांधी लगातार कर रहे हैं और पीएम मोदी से जवाब दिए नहीं बन रहा है। मुख्यमंत्री कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर मजाकिया टिप्पणी करेंगे तो उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि जयराम के बारे में क्या-क्या बोला जा सकता है।
मुकेश ने कहा कि मुख्यमंत्री कर रहे हैं कि हमीरपुर में कांग्रेस प्रत्याशी स्ट्रांग क्यों नहीं, कई और नाम सीएम लेते हैं। कांग्रेस का प्रत्याशी हाईकमान तय करती है जयराम नहीं। जयराम तो यह बताएं कि हमीरपुर हलके में अधिक दिलचस्पी का उनका क्या राज है।