सोलन जिला से करीब 15 किलोमीटर दूरी पर स्थित सुल्तानपुर के नजदीक लाडो गांव देश-दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाने जा रहा है। इस जगह स्थित मानव भारती यूनिवर्सिटी में दुनिया की सबसे ऊंची 156 फीट ऊंची हनुमानजी की मूर्ति बनकर पूरी तरह तैयार हो गई है। 21 जून को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इस मूर्ति का अनावरण करने जा रहे हैं। हनुमान जी की ये मूर्ति 156 फीट ऊंची है। 20 फीट इसकी नींव है। जिसके 21 फीट ऊंचा चेहरा है। इसके अलावा 19 फीट की बाजू और 26 फीट लंबे पांव है। इस मूर्ती काे चार साल में बनाकर तैयार किया गया है।
मूर्ति बनाने में 2 हजार टन सरिया, सीमेंट और बाकी सामान इस्तेमाल किया गया है। मूर्ति में लगी पाइपें नुकसान करने वाले पानी को बाहर निकालेंगी। इस मूर्ति पर भूकंप का भी काेई असर नहीं हाेगा। इसके अलावा इस मूर्ति पर परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा। इसके लिए मूर्तिपर शॉक वेवर्स लगाए जा रहे हैं।
मानव भारती चैरिटेबल ट्रस्ट ने वर्ष 2014 में मू्र्ती के निर्माण का कार्य शुरू किया गया था। इसका काम मातूराम आर्ट सेंटर दिल्ली को दिया था। इस मूर्तिको मूर्तिकार पद्मश्री नरेश कुमार ने बनाया है।मूर्तिका नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होगा। मानव भारती विश्वविद्यालय ने इसके लिए सारे दस्तावेज तैयार करके भेज दिए हैं। लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉ की टीम कभी भी इसकी चैकिंग के लिए पहुंच सकती है। मूर्ति के बनने के बाद मानव भारती यूनिवर्सिटी धार्मिक पर्यटन का एक नया डेस्टिनेशन बनेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। मूर्तिके दर्शन के लिए यूनिवर्सिटी के अलग से रास्ता बनाया है, ताकि पर्यटक यहां पर आसानी से दर्शन कर सके।
अभी तक विश्व में सबसे ऊंची हनुमानजी की मूर्ति
त्रिनिदाद और टोबैगो द्वीप में 85 फीट ऊंची है। जबकि भारत के आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में 135 फीट ऊंची मूर्ति बनी हुई है। हिमाचल के ही शिमला जाखू में हनुमानजी की 108 फीट ऊंचीमूर्ति स्थापित है।