स्कूल से छुट्टी करके घर लौट रही नन्ही सी जान की उस समय मौत हो गई, जब वे अपने घर के दरवाजे पर उतरी ही थी। स्कूल से छुट्टी होने की खुशी और घर पहुंचकर खेलने के जल्दबाज़ी ने नर्सरी में पढ़ रही नायरा की जान ले ली।
दरअसल, बड़ा ही मार्मिक इंसीडेंस हैं जब किसी की नर्सरी में पढ़ रही बच्ची की तब मौत हो जाती है, जब वे स्कूल से घर पहुंची ही हो। कांगड़ा के उपमण्डल जयसिंहपुर के संघोल गांव में रहने वाली नायरा स्कूल से वाया बस लौटी ही थी कि स्कूल बस का स्टाफ उनकी मां के आने का वेट कर रहा था। जैसे ही उनकी मां स्कूल बस के पास पहुंची बस में बैठे स्टाफ ने नर्सरी में पढ़ रही नायरा को दरवाजे से सही सलामत उतार दिया।
हुआ कुछ यूं की नायरा की एक छोटी बहन भी थी जो उसी बस में थी। जैसे ही मां ने नायरा को उतारकर साइड पर ख़ड़ा किया और दूसरी बच्ची को उतारने लगी, उतने में ही नायरा ने दौड़ लगा दी। दौड़ते हुए अचानक नायरा को ठोकर लगी और वे गाड़ी के टायर से जा टकराई। मौके पर उसके सिर पर चोट आई और कुछ समय बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया। मौके पर नायरा की मां और स्कूल बस में बैठा सारा स्टाफ नीचे उतर आया।
न तो बस चली थी और न ही बस का पहिया उसपर चढ़ा… लेकिन बस टायर टकराने से ही नन्ही नायरा की मौत हो। वजह चाहे कुछ भी रही हो लेकिन एक मां के कलेजे का टुकड़ा छिन्न गया।