मंडी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा ने बुधवार को करसोग विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर चुनाव प्रचार किया। इस मौके पर आश्रय शर्मा ने कि आज बीजेपी के लोग हमारे सदर कुनबे को तोडऩे का प्रयास कर रहे है, लेकिन मैं मरते दम तक अपने सदर के कुनबे को तोड़ने नही दूंगा। आश्रय शर्मा ने कहा कि मंडी सदर के लिए उनके पिता ने विकास की गंगा बहाई है और हर सुविधा आज सदर के लोगों के पास है। आज जनता में भ्रामक प्रचार किया जा रहा है कि मेरे पिता मेरे साथ नहीं है, लेकिन दुनिया मे ऐसा कौन सा पिता है जो अपने बेटे को आश्रीर्वाद नहीं देगा। मेरे पिता ने मुझे आशीर्वाद दिया है और उनका आशीर्वाद मेरे साथ है वे बीजेपी के विधायक होने के नाते खुलके मेरे लिए प्रचार नहीं कर रहे। लेकिन उनका आश्रीवाद मेरे साथ है वे सरेआम सीएम से सवाल पूछ रहे हैं जिससे साफ जाहिर होता है की वे किसके साथ हैं।
आश्रय शर्मा ने कहा कि सांसद रामस्वरूप शर्मा जीतने के बाद 5 साल जनता को दिखाई नहीं दिए। आज जोगिंद्रनगर की जनता भी भूल चुकी है कि वे रामस्वरुप शर्मा सांसद भी है। क्योंकि वे सांसद बनने के बाद एक बार भी मंडी लोकसभा क्षेत्र नही पहुंचे और न ही एक रुपये का विकास मंडी लोकसभा क्षेत्र की जनता के लिए किया है। आश्रय शर्मा ने कहा कि छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह का राजनीतिक जीवन भी मंडी लोकसभा क्षेत्र से शुरू हुआ था। मंडी की जनता ने उन्हें सांसद बनाकर दिल्ली भेजा और कई बार वे केंद्र में मंत्री भी रहें। जिसके बाद वीरभद्र सिंह ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपना राजनीतिक जीवन हिमाचल की जनता के लिए समर्पित किया।
आज वीरभद्र सिंह को लोग विकास के मसीहा के रूप में जानते है और प्रदेश के हर गांव में उनके द्वारा किये गये विकास के चिन्ह मिलेंगे। लेकिन बीजेपी सरकारों व सांसद रामस्वरुप शर्मा के विकास के चिन्ह कही भी नहीं मिलेंगे। अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए सांसद प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम पर वोट मांग रहें है। कांग्रेस जो कहती है वह करती है। आश्रय शर्मा ने कहा कि युवा होने के नाते युवाओं के लिए रोजगार संसदीय क्षेत्र में ही उपलब्ध करवाना व पुरानी पैंशन योजना की बहाली उनकी प्रथमिकता में है।