आजकल ऑनलाइन शॉपिंग का दौर बहुत प्रचलन में है। इसी के चलते इन दिनों कुछ शातिर अपराधियों ने पैसा कमाने का एक नायाब तरीका ढूंढ निकाला है। वह लोगों को नामी ई-कमर्स साइट के नाम से कुछ कागजात भेज रहे हैं जिसमें एक पत्र के साथ स्क्रैच कार्ड भेजा जाता है। इसके माध्यम से वह इनाम की मोटी रकम जीतने का झांसा देते हैं। इस प्रकार का पत्र पाने वाला खुशी से कार्ड को स्क्रैच करते हैं और लाखों की रकम जीतने के झांसे में आकर, वहां दिए गए नम्बरों पर फोन करता है। फोन उठाने वाला शातिर उसे इनाम की पूरी रकम पाने के बदले में इनामी रकम का 18 प्रतिशत जीएसटी उनके खाते में जमा करवाने को कहता है। लेकिन जैसे ही पैसा उनके खाते में जमा हो जाता है उसके बाद उस व्यक्ति को कोई सूचना देना तो दूर, बल्कि जिस नम्बर पर बात की गई होती है वो नम्बर ही बंद कर दिया जाता है।
ऐसा ही एक घटना सोलन में देखने को आई है। सोलन अदालत के अधिवक्ता नीरज गाजटा को एक ऐसा ही पत्र मिला जिसमें एक स्क्रैच कार्ड प्राप्त हुआ। कार्ड को स्क्रैच करने के बाद 10 लाख इनाम जीतना पाया गया। ये पत्र भेजने वालों से जब उन्होंने बात की तो उन्हें 18 प्रतिशत जीएसटी जमा करवाने की बात कही। जब नीरज ने इनाम निकालने का कारण पूछा तो एक शख्स ने बत्तमीजी करनी शुरू कर दी।
समाज के एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते और बतौर अधिवक्ता कार्यरत नीरज ने मीडिया के सामने लोगों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें एक नामी ई-कॉमर्स साइट के नाम से पत्र मिला। जिसमें इनाम जीतने की बात कही गई। उन्होंने कहा कि ये सब पैसा कमाने के लिए शातिरों की चाल है। लोगों को ऐसे किसी भी इनामी रकम जीतने के लालच से दूर रहने की हिदायत देते हुए इसकी पुलिस में भी शिकायत करने की बात कही।