राज्य सभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आज़ाद ने कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में कहा कि चुनावों के छः चरण हो चुके हैं और बीजेपी चुनाव नहीं जीत रही है। बीजेपी का न जितना देश, किसान, युवा, बहू बेटियों, करोड़ों गरीबों व आपसी भाईचारे के हित में है। देश का जीडीपी गिरता जा रहा है। 1 लाख 60 हज़ार टैक्स कम आया है। 73 फ़ीसदी जमा पूंजी एक फ़ीसदी लोगों के हाथ मे है। 50 फ़ीसदी जनता की पूंजी में सिर्फ एक फ़ीसदी वृद्धि हुई है। मोहम्मद तुग़लक़ के बाद मोदी देश के पहले पीएम है जिन्होंने नोट बदल दिए। 1000 और 500 के नोट बंद कर 2000 का नोट शुरू कर दिया। बेरोजगारी बढ़ती गई।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी के फ़ैसले से 4 करोड़ 73 लाख बेरोजगार हो गए इससे 24 करोड़ देश की जनता प्रभावित हुई। बैंकिंग सेक्टर में एक रिज़र्व बैंक का एक मुखिया भाग गया एक नए इस्तीफ़ा दे दिया। रुपया जब 63 पर गया तब बीजेपी ने खूब हल्ला किया लेकिन अब रुपया 74 पर पहुंच गया पीएम के पास कोई जबाब नहीं। देश का आयात 14 फीसदी बढ़ गया जबकि निर्यात कम हो गया। मोदी राज में आमदनी चवन्नी और खर्चा अठन्नी हो गया। बीमा योजना से 55 फ़ीसदी किसानों को लाभ नहीं हुआ। बीमा से 3 हज़ार करोड़ का बीमा कंपनियों को लाभ हुआ। सिंचाई योजना के नाम को बदला उसका लाभ भी किसानों को नहीं मिला। किसान की आय को 2022 तक दोगुना करने के लिए ग्रोथ होनी चाहिए। जो कि बहुत कम हो गई है। राइट तो एजुकेशन का पैसा कम कर दिया, नवोदय व अन्य संस्थाओं का पैसा कम कर दिया। बेटी बचाओ का नारा भी फेल हो गया। 64 फ़ीसदी से ज़्यादा रेप इनके कार्यकाल में हुए। इस योजना में सिर्फ विज्ञापन ही हुए।
महिलाओं के ख़िलाफ़ हुए मामलों में सजा में भी कमी आई जबकि ये बढ़नी चाहिए थी। 2018-19 में 280 करोड़ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के लिए बजट रखा गया था उसमे से 70.63 करोड़ राज्यों व जिला को दिया था जबकि 155 करोड़ पब्लिसिटी के लिए खर्च कर दिया। बजट के आधे से ज्यादा पब्लिसिटी पर ख़र्च कर दिया। जीडीपी का 3.18 फीसदी पीएम स्व राजीव गांधी के समय डिफेंस पर खर्च होता था जो कि अब सिर्फ़ 1.66 फीसदी है।
गुलाम नबी ने कहा कि जेएंडके में हर साल ज्यादा सैनिक बीजेपी सरकार के कार्यकाल में मारे गए। सबसे ज़्यादा सिविलियन इस दौरान मारे गए। कश्मीर में सबसे ज़्यादा बार आतंकवादी हमले हुए। सेना कैंप पर यूपीए सरकार के दौरान चार बार हमले हुए जबकि बीजेपी के समय 17 बार आतंकी हमले हुए। हिमाचल को यूपीए समय मे तीन मेडिकल कॉलेज दिए थे। उनमें भी कंपनियों को बदलकर दूसरी को काम दिया गया काम बीच मे लटके पड़े थे। कैंसर हॉस्पिटल व एम्स के काम को आगे नहीं बढ़ा पाए। बीजेपी सरकार की घोषणाएं हवा में और भाषणों में होती हैं। बीजेपी सरकार वेंटिलेटर में चल रही है। इसलिए बीजेपी अबकी बार वापस नहीं आ रही है।