एक महीना पहले हुए शिमला में हरियाणा की लड़की से कथित बलात्कार के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। मामले को लेकर फोरेंसिक रिपोर्ट में युवती से बलात्कार की पुष्टि नहीं होने से मामला झूठा साबित हो गया है। एएसपी की अध्यक्षता में गठित एसआईटी की आठ सदस्यीय टीम पिछले 24 दिनों से मामले को लेकर गहनता से जांच कर रही है।
एसआइटी प्रमुख प्रवीर ठाकुर ने बताया कि युवती द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर एसआइटी जांच कर रही है और मामले को लेकर टीम के पास काफी साक्ष्य इकठ्ठे हो गए हैं। लड़की ने जो पुलिस में शिकायत दी है उसके आधार पर पुलिस जांच कर रही है। लड़की ने किडनैपिंग कर बलात्कार के आरोप शिकायत में बताये है लेकिन पुलिस जांच में लड़की के किडनैप के कोई भी सबूत नहीं मिले हैं।
सीसीटीवी की फुटेज में लड़की पैदल चलती हुई ही नजर आ रही है लेकिन पुलिस फिर भी मामले को लेकर जांच कर रही है और जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा। प्रवीर ने बताया कि फॉरेंसिक रिपोर्ट पर पुलिस मेडिकल राय ले रही है मामले को लेकर ज्यादा कुछ बताया नहीं जा सकता है।
गौरतलब है कि शिमला में एक महीना पहले हरियाणा की एक युवती ने आज्ञात लोगों पर किडनैपिंग कर गाड़ी में दुराचार करने का आरोप लगाया था लेकिन मामले को लेकर अब पुलिस जांच में युवती के आरोपों से पर्दा उठ गया है और फॉरेंसिक रिपोर्ट में युवती से दुराचार न होने कि बात सामने आने से युवती के आरोप झूठे साबित हो गए हैं।