सोनिया गांधी कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुना गया है। कांग्रेस सांसदों की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी है। पार्टी के सभी 52 लोकसभा सांसद बैठक में मौजूद थे। इस बैठक में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्यों ने भी हिस्सा लिया। सीपीपी की बैठक संसद के सेंट्रल हॉल में हुई, जिसमें संसद के आगामी सत्र के लिए रणनीति भी तय की गई। संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद सोनिया गांधी ने वोटरों को धन्यवाद दिया जिन्होंने कांग्रेस को वोट दिया और कहा कि वह भारतीय के लिए लड़ेंगी।
इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सभी सदस्यों को एक बात याद रखनी चाहिए कि हम सभी संविधान और हर भारतीय के लिए लड़ रहे हैं। संसद के केंद्रीय कक्ष में चल रही इस बैठक में पार्टी के लोकसभा के सभी 52 सदस्यों के अलावा राज्यसभा सदस्य भी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में संसद के आगामी सत्र के लिए रणनीति भी तय की जाएगी। दरअसल, कांग्रेस को इस चुनाव में कुल 52 सीटें हासिल हुई हैं जिस वजह से सदन में उसके नेता को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी एक फिर नहीं मिलेगी।
कांग्रेस के सामने इस बार लोकसभा में नेता चुनने के समय एक बड़ी मुश्किल और आएगी कि उसके पास बहुत सारे विकल्प नहीं हैं। पार्टी नेताओं के एक धड़े के बीच यह चर्चा भी है कि पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े राहुल गांधी को लोकसभा में पार्टी की नेता की जिम्मेदारी दी जा सकती हैं, हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता इसे फिलहाल अटकलबाजी ही करार दे रहे हैं। इससे पहले 16वीं लोकसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे लोकसभा में कांग्रेस के नेता और ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्य सचेतक थे।