प्रदेश को जहर मुक्त करने और किसानों की आय को दोगुणा करने के लिए शुरू की गई प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना से जुड़ने वाले बेहतरीन किसानों के लिए बुधवार को कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में 6 दिवसीय प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना का प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इसमें प्रदेश भर में सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती अपना चुके किसानों और अधिकारियों ने भाग लिया।
शिविर के दौरान राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने किसानों को इस खेती विधि को सच्चाई के साथ अपनाने के लिए प्रेरित किया। राज्यपाल ने कहा प्रदेश में इस खेती विधि की सफलता को देखकर नीति आयोग ने भी सराहना की है। राज्यपाल ने रसायनिक खेती का असर ग्लोबल वार्मिंग के रूप में हम सबके सामने हैं।
कृषि एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने कहा कि उन्हें हर्ष हो रहा है कि इतने कम समय में प्रदेश को जहर मुक्त करने का आंदोलन बल पकड़ रहा है। जल्द ही सरकार की ओर से प्राकृतिक खेती अपना चुके किसानों के लिए बड़े फैसले लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसानों को देसी नस्ल की गाय मुहैया करवाने के लिए पॉलिसी तैयार कर ली गई है और जून माह में किसानों को गाय मुहैया करवाना शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस खेती विधि के बारे में नौणी और पालमपुर विश्वविद्यालयों में शोध का कार्य किया जाएगा।