सुंदरनगर उपमंडल के कमांद गांव में आगजनी की घटना से 12 कमरों का दो मंजिला मकान जलकर राख हो गया है। गनीमत यह रही कि परिवार के सदस्यों सहित मवेशी तक सुरक्षित निकाल लिए गए । जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह तड़के लगी आग में मकान में रहने वाले तीन परिवारों के 10 सदस्यों ने मुश्किल से भागकर जान बचाई है। पंचायत के उपप्रधान शिवराम सहित ग्रामीणों ने भारी मुश्किल के बाद आग पर काबू पाया लेकिन तब तक तीन परिवारों के घर के अंदर रखा कपड़े खाने पीने के राशन सहित तमाम सामान जलकर पूरी तरह राख हो गया। हादसे के बाद पीड़ित परिवार के पास न पहनने के लिए कपड़े, न राशन और पैसा व सिर छुपाने के लिए छत बच पाई है। घर में 12 बलटूही और राख शेष बची है।
स्थानीय निवासी चिंत राम व सर्व दिले राम ने बताया कि मंगलवार सुबह ही दुमट बहली पंचायत के कमाद गांव में गुजा राम के तीन बेटा लोकराज, खिंदू राम और सुंका राम के संयुक्त 12 कमरों के दो मंजिला मकान में अचानक आग भड़क गई। जिसे देखकर परिवार के सभी 10 सदस्य भाग कर बाहर निकले। पड़ोसी उपप्रधान शिवराम सहित स्थानीय लोगों ने आग लगते देख मकान की ओर भागे मिलकर सब ने मवेशी मकान से बाहर निकालने में कामयाबी हासिल की। जबकि शिवराम ने निकट ही आईपीएच के पानी के स्टोरेज टैंक से पाइप आदि जोड़कर आग बुझाने में ग्रामीणों के साथ जी तोड़ मेहनत की। लेकिन मकान कष्ठगुणी शैली में बने होने के कारण धू-धू कर कर जलता रहा और देखते ही देखते आग में घर में रखा 3 परिवारों का तमाम खाने पीने का सामान कपड़े स्कूल की किताबें व अन्य जेवरात सहित सामग्री जलकर राख हो गई है ।
आग लगने के कारणों का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है । मकान सड़क से आधा किलोमीटर दूर होने व सड़क मार्ग ठीक नहीं होने के कारण अग्निशमन वाहन आने सुविधा भी नहीं मिल पाई है। सुंदरनगर एसडीएम डॉक्टर अमित कुमार शर्मा ने सूचना मिलते ही राजस्व अधिकारियों को फौरी राहत सहित राहत कार्यों के लिए घटनास्थल पर रवाना कर दिया है।